joharcg.com स्वच्छता और सफाई की महत्ता को समझते हुए कलेक्ट्रेट के कर्मचारियों ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। हाल ही में, कलेक्ट्रेट परिसर में एक विशेष आयोजन किया गया, जिसमें सभी कर्मचारियों ने स्वच्छता और साफ-सफाई बनाए रखने की शपथ ली। इस कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल कार्यस्थल को साफ और सुंदर बनाए रखना है, बल्कि समाज में स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाना भी है।
कार्यक्रम के दौरान कर्मचारियों को स्वच्छता की शपथ दिलाई गई, जिसमें उन्होंने परिसर और आसपास के क्षेत्रों को साफ रखने का संकल्प लिया। इसके साथ ही, इस अभियान के तहत कर्मचारियों ने कलेक्ट्रेट परिसर में सफाई अभियान भी चलाया। कर्मचारियों ने झाड़ू उठाकर परिसर के कोनों और गलियारों की सफाई की, जिससे न केवल परिसर स्वच्छ हुआ, बल्कि एक प्रेरणादायक उदाहरण भी स्थापित किया गया।
कलेक्ट्रेट के अधिकारियों ने इस अभियान को स्वच्छ भारत मिशन से प्रेरित बताया और कहा कि यह पहल सभी कर्मचारियों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से की गई है।
इस स्वच्छता अभियान में सभी कर्मचारियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। उनके चेहरे पर उत्साह और जिम्मेदारी का भाव था। कुछ कर्मचारियों ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन से स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ती है और वे अपने कार्यस्थल को साफ-सुथरा रखने के लिए प्रेरित होते हैं।
“हम न केवल अपने कार्यस्थल को साफ रखेंगे बल्कि समाज में भी स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाने का प्रयास करेंगे,” एक कर्मचारी ने कहा। उन्होंने यह भी बताया कि ऐसी पहलों से कर्मचारियों में एकता और सामूहिक जिम्मेदारी की भावना भी बढ़ती है।
कलेक्ट्रेट के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस पहल की सराहना की और कहा कि ऐसे अभियानों से न केवल कर्मचारियों के बीच जागरूकता बढ़ती है बल्कि समाज में भी स्वच्छता का संदेश जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि यह पहल भविष्य में भी जारी रहेगी और समय-समय पर ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे ताकि स्वच्छता अभियान का असर लंबे समय तक बना रहे।
यह स्वच्छता अभियान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन से प्रेरित है, जिसका उद्देश्य देशभर में स्वच्छता को बढ़ावा देना और एक स्वच्छ और स्वस्थ भारत का निर्माण करना है। कलेक्ट्रेट के कर्मचारियों ने इस मिशन को अपनाते हुए अपने कार्यस्थल से इसकी शुरुआत की, जो एक प्रशंसनीय कदम है।
कलेक्ट्रेट परिसर में एक स्वच्छता अभियान का आयोजन किया गया जिसमें कर्मचारियों ने सहयोग किया। इस अभियान का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण और साफ-सुथरे माहौल को बढ़ावा देना था। स्वच्छता में सहयोगी होने वाले कर्मचारियों ने मिलकर कलेक्ट्रेट परिसर में अपने कचरे को ठिकाने देने में मदद की। उन्होंने जमकर काम किया और परिसर को साफ-सुथरा बनाया। इसके साथ ही, उन्होंने स्वच्छता का एक प्रतिज्ञान भी लिया ताकि वे अपने आसपास के माहौल की देखभाल करें और साफ-सुथरे रखें।
इस स्वच्छता अभियान के माध्यम से, कर्मचारियों ने उसकी महत्ता को साबित किया कि साफ-सुथरे माहौल का होना कितना जरूरी है। यह अभियान उनके जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का मौका भी दिया और इस विचार को बढ़ावा भी दिया कि हमें अपने स्वच्छता और पर्यावरण की देखभाल को लेकर जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
इस कार्यक्रम में शामिल होने से कर्मचारियों की भागीदारी ने एक सकारात्मक संदेश भेजा कि हम सभी को साफ सुथरे माहौल के लिए साथ मिलकर काम करना चाहिए। इस तरह के कार्यक्रम से सहयोग और समर्थन मिलता है और हम सभी को पर्यावरण और स्वच्छता की महत्वपूर्णता को समझाने में मदद मिलती है। स्वच्छता अभियान के इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम ने एक जनहित के विचार को आगे बढ़ाने में मदद की है और हमें सभी को इसका लाभ उठाना चाहिए।