joharcg.com धमतरी जिले के ग्राम कन्हारपुरी में बनाए गए 9 एकड़ के अमृत सरोवर ने न केवल जल संकट को हल किया है, बल्कि कृषि विकास में भी एक नई दिशा प्रदान की है। यह अमृत सरोवर छत्तीसगढ़ राज्य का सबसे बड़ा अमृत सरोवर बनने का गौरव हासिल कर चुका है, जो बारह महीने भर पानी से लबालब रहता है।
धमतरी के कन्हारपुरी में प्रदेश का सबसे बड़ा अमृत सरोवर
इस सरोवर का निर्माण जल शक्ति मंत्रालय की पहल के तहत हुआ है, जिसका मुख्य उद्देश्य जल संरक्षण और संवर्धन है। इस सरोवर से न केवल गाँव वालों की निस्तारी की समस्या का समाधान हुआ है, बल्कि इसका पानी 50 एकड़ कृषि भूमि को भी सिंचित कर रहा है। पहले 6 एकड़ में सीमित तालाब अब 9 एकड़ तक फैल चुका है, जिससे इसकी जलधारण क्षमता 32,400 घनमीटर से बढ़कर 57,800 घनमीटर हो गई है।
रेलवे के लिए खोदी मिट्टी और बन गया सबसे बड़ा सरोवर
इस तालाब की मिट्टी का उपयोग रेलवे पटरी बिछाने में भी किया गया है। कन्हारपुरी में मुरा तालाब की गहरीकरण के लिए रेलवे को मिट्टी और मुरूम की आवश्यकता थी, जिसके लिए जिला प्रशासन ने पंचायत प्रतिनिधियों और रेलवे बोर्ड के बीच एग्रीमेंट कराया। इस कार्य के लिए रेलवे 12 लाख 20 हजार रुपये की रायल्टी पंचायत को देगा, जिसका उपयोग गाँव के विकास कार्यों में किया जाएगा।
धमतरी जिले में जल संरक्षण को लेकर हुआ बड़ा काम, अब हो रहा जल-जगार महा उत्सव
धमतरी जिले में कुल 121 अमृत सरोवर बनाए जा रहे हैं, जिनमें से 102 में कार्य पूर्ण हो चुका है। आगामी 5 और 6 अक्टूबर को धमतरी के रविशंकर जलाशय तट पर अंतर्राष्ट्रीय जल सम्मेलन का आयोजन होगा, जिसमें 108 अमृत सरोवरों के जल से रुद्राभिषेक का कार्यक्रम भी शामिल होगा।