मेला स्थल के लिए 25 एकड़ जमीन चिन्हांकित-श्री बघेल
रायपुर – मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कल राजिम माघी पुन्नी मेला के शुभारंभ के अवसर पर कहा कि महानदी, पैरी और सोंढूर के संगम पर राजिम माघी पुन्नी मेला का आयोजन हर साल किया जाता है, मेले के लिए स्थायी रूप से जमीन की व्यवस्था हेतु गरियाबंद जिले के कलेक्टर ने 25 एकड़ जमीन मेला स्थल के लिए चिन्हाकिंत कर ली है। अब आने वाले साल में मेला सुव्यवस्थित ढंग से आयोजित होगा। यह मेला केवल धार्मिक मेला न रहे बल्कि सामाजिक मेले के रूप में भी विकसित हो, जहां पर समाज एकत्रित होकर, समाज के विकास व सुधार के लिए बात करें। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ राम वनगमनपथ का क्षेत्र रहा हैं, इसलिए जिन स्थानों से भगवान राम गुजरे हैं, उन स्थानों को संरक्षित एवं विकसित करने का काम सरकार द्वारा किया जायेगा। इससे पूर्व मुख्यमंत्री श्री बघेल ने राजिम स्थित राजीव लोचन मंदिर में भगवान श्री राजीवलोचन की पूजा-अर्चना की और चित्रोत्पला तट पर आयोजित महानदी गंगा आरती में सम्मिलित हुए।
छत्तीसगढ़ की पवित्र धार्मिक नगरी राजिम में माघ पूर्णिमा 9 फरवरी से महाशिवरात्रि 21 फरवरी तक आयोजित होगा। राजिम माघी पुन्नी मेला का शुभारंभ 9 फरवरी की संध्या प्रयागराज राजिम में चित्रोत्पला के पावन तट पर साधु-संतों के पावन सानिध्य में हुआ। इस अवसर पर धर्मस्व मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू, संस्कृति मंत्री श्री अमरजीत भगत, वाणिज्यकर एवं उद्योग मंत्री श्री कवासी लखमा, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेंड़िया, विधायक सर्वश्री धनेन्द्र साहू, श्री अमितेश शुक्ल, श्रीमती लक्ष्मी ध्रुव, श्री राजकुमार यादव व श्री विनोद चन्द्राकर सहित अन्य गणमान्य अतिथि मौजूद थे।
समारोह को सम्बोधित करते हुए धर्मस्व, पर्यटन मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप छत्तीसगढ़ की संस्कृति को अक्षुण बनाने सरकार पहल कर रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने धर्मस्व विभाग के लिए अलग संचालनालय की सहमति दी है। राजिम माघी पुन्नी मेला को विकसित रूप में जनभावनाओं को ध्यान में रखते हुए इसे आगे बढ़ाया जा रहा है। मेला के दौरान छत्तीसगढ़ी के पारम्परिक खेल और सांस्कृतिक कार्यक्रमों को प्राथमिकता दी गई है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा मेला स्थल पर दर्शनार्थियों के लिए समुचित प्रबंध किया गया है। उन्होंने लोगों से मिले सुझाव अनुसार मेला को और भव्य स्वरूप प्रदान करने की बात कही। साथ ही लोगों को माघी पुन्नी मेला की बधाई और शुभकामनाएं दी।
समारोह को विधायक श्री धनेन्द्र साहू, श्री अमितेश शुक्ल, डॉ.(श्रीमती) लक्ष्मी ध्रुव और साध्वी प्रज्ञा भारती ने भी सम्बोधित किया। समारोह में आचार्य महामंडलेश्वर अग्निपीठाधीश्वर बम्हाऋषि श्री रामकृष्णानंद जी महाराज ने अपने आशीर्वचन में विकास के साथ व्यक्ति के चरित्र निर्माण पर जोर देते हुए पुरातन संस्कृति को पुनर्जीवित करने के लिए सरकार के कार्यो की सराहना की। कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने मेला स्थल पर आयोजित कार्यक्रमों की रूपरेखा और जिला प्रशासन द्वारा की गई आवश्यक व्यवस्थाओं पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर नगर पालिका परिषद गोबरा नवापारा के अध्यक्ष श्री धनराज मध्यानी, नगर पंचायत राजिम की अध्यक्ष श्रीमती रेखा राजू सोनकर, कमिश्नर रायपुर संभाग श्री जी.आर चुरेन्द्र, आईजी. श्री आनंद छाबड़ा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी, गणमान्य नागरिक, जनप्रतिनिधिगण और बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।