joharcg.com मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की पहल पर, धमतरी जिले के गंगरेल में 5-6 अक्टूबर को जल-जगार महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। यह कार्यक्रम जीवनदायनी महानदी के तट पर होगा, जहां स्थानीय समुदाय को भूजल स्तर में हो रही गिरावट के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से विभिन्न गतिविधियाँ की जाएंगी।
इस महोत्सव में जिले के 108 अमृत सरोवरों और परकोलेशन टैंकों के पानी से अभिषेक किया जाएगा, ताकि लोगों को जल संरक्षण के प्रति प्रेरित किया जा सके। आयोजन के दौरान, क्षेत्रीय निवासियों को जल संरक्षण में अपने योगदान को बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
108 अमृत सरोवर और परकोलेशन टैंक के पानी से होगा जल अभिषेक
धमतरी जिले में जल और पर्यावरण संरक्षण के दिशा में कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। गांव के लोग, जैसे परसतराई, नवागांव और थुहा, स्वेच्छा से जल संरक्षण के लिए आगे आ रहे हैं। यहाँ नल और जलाशयों के पास जल संरक्षण से संबंधित संरचनाएँ बनाई गई हैं और वर्षा जल संचयन प्रणाली भी स्थापित की गई है।
महिलाएं भी इस पहल में सक्रिय भूमिका निभा रही हैं। बिहान की महिलाएं ‘नारी शक्ति से जल शक्ति’ के अंतर्गत रैलियाँ, दीवार लेखन, और प्रतियोगिताओं के माध्यम से जल संरक्षण का संदेश फैला रही हैं। सरकारी अधिकारियों के साथ-साथ विभिन्न सामाजिक और स्वैच्छिक संगठन भी इन गतिविधियों में भागीदार बन रहे हैं।
जल एवं पर्यावरण संरक्षण के लिए लोगों को जागरुक करने का अनोखा प्रयास
गांव परसतराई के ग्रामीणों ने मिलकर दलहन, तिलहन, और साग सब्जियों की खेती को बढ़ावा देने का संकल्प लिया है। उन्होंने गांव की बेटियों के नाम पर वृक्षों का नामकरण किया और उन पेड़ों की रक्षा का प्रण लिया। पूरे जिले में जल संरक्षण की दिशा में इसी तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जिससे न केवल भूजल स्तर में सुधार होगा, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक सुरक्षित और स्वस्थ पर्यावरण भी सुनिश्चित होगा।
जल-जगार महोत्सव न केवल जल संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने का एक प्रयास है, बल्कि यह स्थानीय समुदाय को एकजुट करने और प्राकृतिक संसाधनों के प्रति उनकी जिम्मेदारी का अहसास कराने का भी माध्यम है।