joharcg.com प्रदेश में महिला एवं बाल सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने डीजीपी श्री सुधीर सक्सेना को यौन अपराधों की प्रभावी रोकथाम के निर्देश दिए हैं। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित बैठक में सभी पुलिस अधीक्षकों को सख्त निर्देश दिए गए कि वे यौन अपराधियों की गहन जांच करें और उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करें।
पूर्व यौन अपराधियों की होगी सघन जांच एवं प्रतिबंधात्मक कार्रवाई
डीजीपी ने निर्देशित किया कि सभी थाना क्षेत्रों में पिछले दस वर्षों में यौन अपराधों में संलिप्त रहे लोगों की गहन जांच की जाए। यदि कोई आरोपी अन्य स्थान पर निवास कर रहा हो, तो संबंधित थाने को इसकी जानकारी दें ताकि उनकी गतिविधियों पर नजर रखी जा सके। इसके साथ ही, पुनरावृत्ति करने वाले अपराधियों की हिस्ट्रीशीट तैयार की जाए और ऐसे लोगों पर विशेष ध्यान रखा जाए।
पीडि़त को त्वरित न्याय और अपराधी को कड़ी सजा दिलाने के लिए करें सार्थक प्रयास
सभी स्कूलों में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी ध्यान देने का निर्देश दिया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चों की सुरक्षा के लिए जिला प्रशासन को सभी आवश्यक कदम उठाने चाहिए। उन्होंने स्कूली स्टाफ का पुलिस वेरिफिकेशन अनिवार्य करने का भी आदेश दिया और स्कूल परिसर के आसपास की निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाने का सुझाव दिया।
सभी स्कूलों में सुप्रीमकोर्ट की गाइडलाइन का पालन कराएं
डीजीपी श्री सक्सेना ने कहा कि प्रदेश के सभी स्कूलों में सुप्रीम कोर्ट द्वारा बच्चों की सुरक्षा एवं संरक्षा के संबंध में जारी गाइडलाइन के अनुरूप जिला प्रशासन के सहयोग से सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराएं। उन्होंने कहा कि सभी स्कूलों के समस्त स्टॉफ का पुलिस वेरिफिकेशन अनिवार्यत: कराया जाए। साथ ही स्कूल परिसर के आसपास के लोगों तथा रास्तों पर भी सजग चौकसी रहे। परिसर/वाहनों में सीसीटीवी कैमरों का चालू रहना सुनिश्चित किया जाए। किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि/संदेहास्पद व्यक्ति पाया जाने पर नजरअंदाज न करें, पूरी जाँच पड़ताल कर आवश्यक कदम उठाएं।
महिला/बाल सुरक्षा का रखें विशेष ध्यान
नवरात्रि में गरबा स्थल पर महिला सुरक्षा का विशेष ध्यान रखें। गरबा स्थल के आसपास विशेष पेट्रोंलिंग कराएं। गरबा स्थल पर आवागमन के रास्तों पर ड्रोन कैमरों का भरपूर उपयोग करें। दुर्गा उत्सव समिति के वालेंटियरों का भी सहयोग लें। गरबा स्थल पर विडियोग्राफी की व्यवस्था सुनिश्चित करें। गरबा समाप्ति के बाद भी तब तक पुलिस पेट्रोंलिंग चालू रहे जब तक की सभी महिलाएं/बच्चियाँ सुरक्षित घर न पहुँच जाएं, हर हाल में कानून-व्यवस्था चाक चौबंद रहे।
इसके लिए आसूचना तंत्र पूर्णत: सक्रिय रखें तथा आमजन, जनप्रतिनिधियों और विभिन्न समुदायों के गणमान्य व्यक्तियों से सतत् जीवंत संपर्क रखने के निर्देश पुलिस महानिदेशक श्री सुधीर सक्सेना ने दिए। उल्लेखनीय है कि डीजीपी के निर्देश पर नवरात्र काल में पुलिस मुख्यालय महिला सुरक्षा शाखा द्वारा ”अभिमन्यु” अभियान के माध्यम से प्रदेश के सभी जिलों में पुरूष, बालक/किशोर (मेल पर्सन/टीनेजरस्) को महिला अपराध संबंधी गतिविधियों की प्रभावी रोकथाम में सहायक होने के लिए और महिलाओं के सम्मान, समानता और सहयोग की भावना विकसित करने के लिए जागरूकता कार्यक्रम चलाया जाएगा।
वीसी में स्पेशल डीजी श्रीमती प्रज्ञा ऋचा श्रीवास्तव, एडीजी श्री चंचल शेखर, श्री पवन श्रीवास्तव, आईजी डॉ. आशीष, श्री अंशुमान सिंह, श्रीमती हिमानी खन्ना सहित अन्य अधिकारी भी सम्मिलित रहे। इस बीच, पुलिस और समाज के बीच सक्रिय संवाद बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया गया। डीजीपी ने स्थानीय निवासियों को सुरक्षा के प्रति जागरूक करने की बात भी की।