joharcg.com मध्य प्रदेश के एक शांतिपूर्ण इलाके में एक बड़ा सड़क हादसा सामने आया है। एक तेज गति से आ रहे ट्रक और ऑटो के बीच जोरदार टक्कर हो गई, जिससे मौके पर ही 8 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। यह हादसा इतना भयानक था कि स्थानीय लोगों और राहगीरों ने तुरंत पुलिस और एंबुलेंस को सूचित किया।
यह हादसा तब हुआ जब एक ऑटो जिसमें कई यात्री सवार थे, सड़क पार कर रहा था। तभी एक तेज रफ्तार ट्रक ने ऑटो को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि ऑटो के परखच्चे उड़ गए और सवार यात्रियों को बचने का मौका नहीं मिला।
स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बचाव कार्य शुरू किया, लेकिन हादसे में शामिल 8 लोगों की मौत हो चुकी थी। मृतकों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे, जो इस दुर्घटना का शिकार हो गए।
हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस और स्थानीय प्रशासन तुरंत मौके पर पहुंचा। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए नजदीकी अस्पताल भेजा गया, और हादसे की विस्तृत जांच शुरू कर दी गई है।
ट्रक चालक मौके से फरार हो गया था, लेकिन पुलिस ने ट्रक को जब्त कर लिया है और चालक की तलाश जारी है। पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक जांच में ट्रक की तेज गति और लापरवाही को हादसे का मुख्य कारण माना जा रहा है।
इस भयानक हादसे ने इलाके में शोक की लहर दौड़ा दी है। स्थानीय लोग काफी गुस्से में हैं और उन्होंने सड़क सुरक्षा के उपायों को सख्त करने की मांग की है। उनका कहना है कि इस तरह की दुर्घटनाएं अक्सर तेज गति और ट्रैफिक नियमों की अनदेखी के कारण होती हैं।
यह हादसा एक बार फिर सड़क सुरक्षा और तेज रफ्तार से चलने वाले वाहनों पर सवाल खड़ा करता है। अक्सर देखा गया है कि ट्रक और बड़े वाहन ग्रामीण इलाकों में लापरवाही से चलाए जाते हैं, जिससे ऐसे हादसों की संभावना बढ़ जाती है। प्रशासन को इन हादसों पर कड़ी नजर रखने और कड़े कदम उठाने की जरूरत है ताकि भविष्य में ऐसे हादसों को रोका जा सके।
यह दर्दनाक हादसा एक बार फिर से सड़क सुरक्षा के महत्व को रेखांकित करता है। ट्रक और ऑटो की इस टक्कर ने कई परिवारों को बर्बाद कर दिया और प्रशासन को सचेत कर दिया कि ऐसे हादसों को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की जरूरत है।
मध्य प्रदेश के दमोह जिले में मंगलवार को एक ट्रक और ऑटो के बीच हुई टक्कर में आठ लोगों की मौत हो गई और दो घायल हो गए. पुलिस ने बताया कि यह दुर्घटना दोपहर 1.30 से 2 बजे के बीच समन्ना गांव के पास हुई. दमोह पुलिस अधीक्षक श्रुतिकीर्ति सोमवंशी ने बताया कि घायलों को सड़क पर बनाए गए विशेष गलियारे के जरिए जबलपुर ले जाया गया. वहीं, सूचना मिलते ही घटनास्थल पर कलेक्टर एसपी सहित प्रशासनिक अधिकारी भी पहुंचे हैं. मृतकों में पांच परिवार के सदस्य थे और तीन नाबालिग थे. एसपी ने बताया कि ट्रक चालक नीरज सिंह लोधी (22) नशे में था और बयान देने की स्थिति में नहीं था.
पुलिस अधीक्षक श्रुतिकीर्ति सोमवंशी ने बताया कि मृतकों की पहचान साझी गुप्ता (12), होरीलाल गुप्ता, राजेश गुप्ता (50), गायत्री गुप्ता (40), आलोक गुप्ता (40), शिवा गुप्ता (13), महेंद्र गुप्ता (5) और गीता रानी के रूप में हुई है. वहीं, घटना पर शोक जताते हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अधिकारियों को लापरवाही बरतने वाले व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिए हैं. उन्होंने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये और घायलों के इलाज के लिए 50-50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि देने की भी घोषणा की है.