joharcg.com मुख्यमंत्री ने कहा है कि पितर पक्ष हमारे पूर्वजों के प्रति सम्मान, प्रेम और श्रद्धा व्यक्त करने का महत्वपूर्ण समय है। इस अवसर पर हम अपने पूर्वजों को याद करते हुए उनके प्रति कृतज्ञता प्रकट करते हैं और उनके योगदान को नमन करते हैं। पितर पक्ष न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह हमारी सांस्कृतिक और पारिवारिक परंपराओं का भी प्रतीक है।
मुख्यमंत्री ने कहा, “पितर पक्ष वह समय है जब हम अपने पूर्वजों के योगदान को याद करते हुए उन्हें धन्यवाद देने का अवसर पाते हैं। यह हमें अपने जीवन में उनकी दी गई शिक्षाओं और संस्कारों को अपनाने की प्रेरणा देता है।”
पितर पक्ष में लोग अपने परिवार के साथ एकत्र होकर तर्पण, श्राद्ध और पूजा-पाठ जैसे अनुष्ठान करते हैं। मुख्यमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि यह समय परिवार में एकता और सहयोग का प्रतीक भी होता है, जब सभी सदस्य मिलकर पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं।
पितर पक्ष को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा, “यह केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं है, बल्कि हमारी संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है। यह हमें अपने जड़ों से जुड़े रहने और अपने संस्कारों का पालन करने की सीख देता है।”
मुख्यमंत्री ने सभी नागरिकों से अपील की कि वे पितर पक्ष के दौरान अपने पूर्वजों के प्रति सम्मान व्यक्त करें और इस परंपरा को आगे बढ़ाएं। उन्होंने कहा, “यह हमारी जड़ों से जुड़े रहने और अपने परिवार व समाज में सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने का महत्वपूर्ण समय है।”
रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने 17 सितंबर से शुरू हो रहे पितृ पक्ष के अवसर पर जारी अपने संदेश में कहा है कि पितरों का सम्मान हमारी परम्परा, सभ्यता और संस्कृति का अहम हिस्सा रहा है। पितर पक्ष पूर्वजों के प्रति हमारे सम्मान, प्रेम और श्रद्धा का प्रतीक है। मान्यता है कि पितर पक्ष में पूर्वज अपने घर आते हैं। इस दौरान हम अपने पूर्वजों के मोक्ष और शांति के लिए श्राद्ध और दान करते हैं।
उनसे जीवन में खुशहाली के लिए आशीर्वाद की कामना करते हैं। श्री साय ने कहा कि हम अपने पूर्वजों को सामाजिक सरोकारों से जोड़कर उनको श्रद्धासुमन अर्पित कर सकते है। पूर्वजों के नाम पर वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण के साथ अपने पूर्वजों की स्मृति को चिरस्थाई बना सकते हैं। पर्यावरण हमारी भावी पीढ़ी के लिए भी अनुपम उपहार होगा।
शिक्षा, स्वास्थ्य के क्षेत्र में गरीब और बेसहारा लोगों की मदद कर, कुपोषित और जरूरतमंद बच्चों को भोजन कराकर हम समाज में सक्रिय भागीदारी निभा सकते हैं। सही मायनों में यह अपने पितरों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। Laxmi Rajwade Archives – JoharCG