joharcg.com निगम, मंडल, आयोग और प्राधिकरणों में नियुक्तियों का रास्ता अब पूरी तरह साफ हो गया है। राज्य सरकार ने इस संबंध में महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए तीन चरणों में नियुक्तियों की प्रक्रिया को पूरा करने की योजना बनाई है। इस फैसले से विभिन्न पदों पर लम्बे समय से प्रतीक्षित नियुक्तियों की उम्मीद लगाए बैठे उम्मीदवारों में खुशी की लहर दौड़ गई है।
सरकार ने नियुक्तियों की प्रक्रिया को तीन चरणों में बांटा है, जिससे कि यह सुव्यवस्थित और पारदर्शी ढंग से पूरी की जा सके। पहले चरण में प्रमुख निगमों और मंडलों में महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्तियाँ की जाएंगी। दूसरे चरण में आयोग और प्राधिकरणों में नियुक्तियाँ की जाएंगी, जबकि तीसरे चरण में शेष विभागों और संस्थाओं में नियुक्ति प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
पहले चरण में उन निगमों और मंडलों को प्राथमिकता दी जाएगी, जहाँ लम्बे समय से पद खाली पड़े हैं और सरकार की विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वयन प्रभावित हो रहा है। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि योग्य और अनुभवी उम्मीदवारों को इन पदों पर नियुक्त किया जाए, ताकि सरकार की नीतियों का सुचारू रूप से अमल हो सके।
दूसरे चरण में राज्य के विभिन्न आयोगों और प्राधिकरणों में नियुक्तियाँ की जाएंगी। इनमें शिक्षा, समाज कल्याण, महिला एवं बाल विकास और अन्य महत्वपूर्ण आयोग शामिल होंगे। सरकार का लक्ष्य है कि इन आयोगों में योग्य और जिम्मेदार व्यक्तियों की नियुक्ति से शासन की प्रभावशीलता को बढ़ाया जाए।
अंतिम और तीसरे चरण में शेष बचे विभागों और संस्थानों में नियुक्तियाँ की जाएंगी। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि राज्य के सभी निगमों, मंडलों, आयोगों और प्राधिकरणों में जल्द से जल्द नियुक्तियाँ पूरी की जाएं, ताकि सभी विभाग अपने कार्यों को सही ढंग से संचालित कर सकें।
इस नियुक्ति प्रक्रिया के पीछे सरकार का मकसद यह है कि राज्य की योजनाओं और नीतियों का लाभ जनता तक तेज़ी से पहुँचे। मुख्यमंत्री ने इस संबंध में स्पष्ट किया है कि नियुक्तियों में पारदर्शिता और मेरिट का खास ध्यान रखा जाएगा। यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि नियुक्त उम्मीदवार न केवल अपने पद के लिए योग्य हों, बल्कि जनता की सेवा के लिए समर्पित भी हों।
इस प्रक्रिया से राज्य के प्रशासनिक तंत्र में तेजी और कुशलता आने की उम्मीद है। नियुक्तियों के बाद विभिन्न योजनाओं और परियोजनाओं के क्रियान्वयन में सुधार आएगा, जिससे जनता को अधिक लाभ प्राप्त होगा। साथ ही, इससे बेरोजगारी कम करने में भी मदद मिलेगी, क्योंकि कई उम्मीदवार लम्बे समय से इन पदों की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
निगम, मंडल, आयोग और प्राधिकरणों में नियुक्तियों की प्रक्रिया का रास्ता साफ होने से राज्य में एक नई गति और ऊर्जा का संचार होने वाला है। तीन चरणों में होने वाली इस नियुक्ति प्रक्रिया से न केवल प्रशासनिक कार्यक्षमता में सुधार आएगा, बल्कि राज्य की विकास योजनाओं का क्रियान्वयन भी तेज होगा। अब देखना यह है कि इस प्रक्रिया को किस तरह से सरकार आगे बढ़ाती है और किस प्रकार से यह नियुक्तियाँ राज्य के विकास में सहायक सिद्ध होती हैं।
रायपुर। विष्णुदेव सरकार गठन के नौ माह बाद आखिरकार अब निगम, मंडल, आयोग और प्राधिकरणों में नियुक्तियों का रास्ता साफ हो गया है। भारतीय जनता पार्टी की उच्च स्तरीय बैठक में नियुक्तियां तीन चरणों में करने का फैसला लिया गया है। तय हुआ है कि पहले चरण में प्राधिकरणों में नियुक्तियां की जाएंगी। इनमें सक्रिय और वरिष्ठ विधायकों को मौका मिलेगा।
खासतौर पर ऐसे विधायक जो काबिलियत होने के बाद भी मंत्री नहीं बन पाए हैं। सरकार और संगठन ऐसे विधायकों को प्राधिकरणों में अहम पद देगी। सूत्रों के अनुसार नियुक्तियों को लेकर बीते दिनों मुख्यमंत्री निवास में एक उच्चस्तरीय बैठक हुई।
इसमें मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के साथ चुनिंदा मंत्रीभाजपा संगठन के पदाधिकारीशामिल हुए। बैठक में निगम, मंडल, आयोग और प्राधिकरण की सूची पर मंथन किया गया। कुल पदों और दावेदारों के संदर्भ में भी चर्चा की गई। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि नियुक्तियां एक साथ न करके तीन चरणों में की जाएं। तीसरे चरण में निगमों की नियुक्तियां की जाएंगी। निगम अध्यक्षों के साथ-साथ निगम सदस्यों की भी बड़ी सूची जारी की जाएगी।
तीनों चरणों में प्रदेशभर के भाजपा कार्यकर्ताओं को उनकी काबिलियत, निष्ठा और सक्रियता के आधार पर पद दिया जाएगा। बैठक में यह तय किया गया है कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के सलाहकार के तौर पर अभी किसी की नियुक्ति नहीं की जाएगी। चर्चा थी कि जल्द ही दो सलाहकारों की नियुक्ति की जाएगी। उनके नाम भी चर्चा में आए थे, लेकिन उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार फिलहाल किसी को भी सलाहकार बनाए जाने की कोई योजना नहीं है।
पहले चरण में प्राधिकरण
बैठक में तय किया गया है कि पहले चरण में छत्तीसगढ़ के विभिन्न प्राधिकरणों में नियुक्तियां की जाएंगी। प्राधिकरणों में विधायकों को अवसर दिया जाएगा। अलग-अलग संभाग से जुड़े प्राधिकरणों में उस क्षेत्र के विधायकों को एडजस्ट किया जाएगा। साथ ही ध्यान रखा जाएगा कि संगठन में लंबे समय से सक्रिय और वर्तमान में बेहतर काम करने वाले विधायकों को अवसर मिल सके। संगठन ने अपने स्तर पर मंथन भी प्रारंभ कर दिया है। Vishnu Deo Sai Archives – JoharCG