मुख्यमंत्री ने हिंदी दिवस

joharcg.com हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है, और इस वर्ष भी छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं। हिंदी दिवस पर मुख्यमंत्री ने हिंदी भाषा के महत्व को रेखांकित करते हुए इसे भारतीय संस्कृति और एकता का प्रतीक बताया।

हिंदी दिवस भारतीय संविधान के तहत हिंदी को राजभाषा के रूप में मान्यता देने के दिन के रूप में मनाया जाता है। यह दिन हमें हमारी मात्री भाषा की पहचान और उसके महत्व को समझने का अवसर प्रदान करता है। हिंदी भाषा का सांस्कृतिक, सामाजिक और शैक्षणिक दृष्टिकोण से अत्यधिक महत्व है।

मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में कहा, “हिंदी हमारी सांस्कृतिक विरासत का महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह भाषा न केवल संप्रेषण का माध्यम है, बल्कि यह हमारी सोच, भावनाओं और पहचान की भी अभिव्यक्ति है। हिंदी का प्रचार और विकास हमारे सामूहिक प्रयासों से ही संभव है।”

उन्होंने हिंदी भाषा के प्रसार और उसके संरक्षण की आवश्यकता को भी रेखांकित किया। उनके अनुसार, हिंदी केवल एक भाषा नहीं, बल्कि एक ऐसा माध्यम है जो विभिन्न भाषाओं और संस्कृतियों को जोड़ता है और एकता को बढ़ावा देता है।

हिंदी के महत्व पर एक दृष्टि

  1. सांस्कृतिक धरोहर: हिंदी भाषा भारतीय संस्कृति और परंपराओं का अनिवार्य हिस्सा है। यह हमारे साहित्य, संगीत, नाटक और कला का अभिन्न हिस्सा है, जो हमारी सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करता है।
  2. शैक्षणिक उपयोग: हिंदी भाषा का उपयोग शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह छात्रों को उनकी मात्री भाषा में शिक्षा प्राप्त करने का अवसर प्रदान करती है, जो उनके संज्ञानात्मक विकास के लिए फायदेमंद है।
  3. सामाजिक एकता: हिंदी भाषा भारत के विभिन्न हिस्सों में एकता का प्रतीक है। यह विभिन्न भाषाई समूहों को जोड़ती है और सांस्कृतिक विविधता के बावजूद एक राष्ट्र की पहचान को मजबूत करती है।
  4. वैश्विक पहचान: हिंदी का विश्व स्तर पर भी महत्व बढ़ रहा है। यह भारत की वैश्विक पहचान को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है और अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी अपनी उपस्थिति दर्ज करा रही है।

हिंदी के विकास में योगदान

हिंदी भाषा के विकास में हर व्यक्ति का योगदान महत्वपूर्ण है। हमें अपनी मात्री भाषा के प्रति सम्मान और प्रेम बनाए रखना चाहिए और इसे बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत रहना चाहिए। इसके लिए:

  • हिंदी में अधिक से अधिक साहित्य पढ़ें और लिखें।
  • हिंदी भाषी कार्यक्रमों और गतिविधियों में भाग लें।
  • हिंदी भाषा के संरक्षण और प्रचार के लिए समाजिक कार्य करें।

मुख्यमंत्री का संदेश हिंदी दिवस पर हिंदी भाषा के महत्व को एक बार फिर से उजागर करता है। हमें अपनी मात्री भाषा के प्रति गर्व महसूस करना चाहिए और इसे संरक्षित और बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए। हिंदी दिवस का यह अवसर हमें अपनी भाषा की पहचान और उसकी सांस्कृतिक अहमियत को समझने और संजोने का महत्वपूर्ण मौका प्रदान करता है।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने हिंदी दिवस पर सभी देशवासियों को शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हिंदी भारतीय संस्कृति और एकता का प्रतीक है और इसे और प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है। हिंदी दिवस का महत्व प्राचीन काल से ही है, हिंदी भाषा देश की एकता और भाषा के रूप में निभाई गई है। यह भाषा हमारे देश की विविधता को एक साथ जोड़ती है और हमें एक सजीव राष्ट्र की भावना देती है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हिंदी को बढ़ावा देना हमारी जिम्मेदारी है और हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हमारी युवा पीढ़ी हिंदी को समझे और इसका उपयोग करें। इससे हमारे देश में सामर्थ्य बढ़ेगा और सभी स्तरों पर संचार की सुविधा में सुधार होगा।

हिंदी दिवस के अवसर पर कई प्रतियोगिताएं और कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं, जिनमें विभिन्न युवा और शैक्षिक संस्थानों के छात्र-छात्राएं भाग ले रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने सभी को आशीर्वाद देते हुए कहा कि हिंदी भाषा को समर्पित रहना हमारी एकता और अखन्डता का प्रतीक है। वह भारतीय संस्कृति और भाषा के महत्व को समझते हैं और इसे बढ़ावा देने के लिए हर संभाव प्रयास करेंगे।

इस अवसर पर हम सभी को यह याद दिलाना चाहिए कि हिंदी हमारी मातृभाषा है और हमें इसे सम्मान और समर्थन देना चाहिए। इससे हम अपनी संस्कृति को मजबूत बना सकते हैं और उसे आगे बढ़ा सकते हैं।

Vishnu Deo Sai Archives – JoharCG