joharcg.com पूर्व मंत्री और वरिष्ठ नेता बृजमोहन अग्रवाल ने हाल ही में एक कार्यक्रम में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका पर ज़ोर देते हुए कहा कि समाज के हर महत्वपूर्ण कार्य में शिक्षकों की भूमिका बेहद अहम होती है। उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षक न केवल शिक्षा के क्षेत्र में बल्कि समाज के निर्माण और विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।
बृजमोहन अग्रवाल ने शिक्षकों को समाज का मार्गदर्शक और निर्माता बताते हुए कहा, “शिक्षक वह शक्ति हैं जो समाज की नींव को सशक्त बनाते हैं। एक सशक्त समाज और एक उज्ज्वल भविष्य के निर्माण के लिए शिक्षकों का योगदान अतुलनीय है। वे नई पीढ़ी को न केवल शिक्षा प्रदान करते हैं, बल्कि उन्हें संस्कार, नैतिकता और सामाजिक जिम्मेदारियों से भी अवगत कराते हैं।”
उन्होंने यह भी कहा कि समाज में हर परिवर्तन, हर विकास कार्य के पीछे शिक्षकों की सोच और मार्गदर्शन होता है। चाहे वह शिक्षा हो, सामाजिक सुधार हो या फिर तकनीकी प्रगति, शिक्षकों ने हमेशा एक अहम भूमिका निभाई है।
बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि समाज के विभिन्न क्षेत्रों में शिक्षकों का योगदान अत्यधिक महत्वपूर्ण है। वह न केवल छात्रों को शिक्षा देते हैं, बल्कि उन्हें समाज की जिम्मेदारियों के प्रति जागरूक भी करते हैं। “शिक्षक ही वह शक्ति हैं जो युवाओं को सही दिशा में मार्गदर्शन देते हैं और उन्हें देश और समाज के निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित करते हैं,” उन्होंने कहा।
उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षा केवल पढ़ाई तक सीमित नहीं है, बल्कि यह समाज में जागरूकता, नैतिकता और सामाजिक एकता को भी बढ़ावा देती है। इस दृष्टिकोण से, शिक्षक समाज में सुधार और बदलाव लाने के लिए एक सशक्त माध्यम हैं।
अग्रवाल ने शिक्षकों के नेतृत्व गुणों की भी सराहना की। उन्होंने कहा, “हर बड़े नेता, वैज्ञानिक, उद्यमी या समाजसेवी के पीछे एक शिक्षक होता है, जिसने उसे सही मार्ग दिखाया होता है। शिक्षक न केवल अपने छात्रों को पढ़ाई में मार्गदर्शन करते हैं, बल्कि उन्हें समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का भी बोध कराते हैं।”
बृजमोहन अग्रवाल ने यह भी कहा कि सरकार को शिक्षकों के प्रशिक्षण और उन्हें नए तकनीकी साधनों से लैस करने की आवश्यकता है। “हमारे शिक्षकों को हर प्रकार की तकनीकी सहायता और संसाधन मिलें ताकि वे अपने छात्रों को बेहतर शिक्षा प्रदान कर सकें। इसके साथ ही, शिक्षकों को समाज और राष्ट्र निर्माण में अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी और इस दिशा में कार्य करना होगा,” उन्होंने कहा।
बृजमोहन अग्रवाल का यह विचार कि शिक्षक समाज के हर महत्वपूर्ण कार्य में अहम भूमिका निभाते हैं, इस बात को फिर से स्थापित करता है कि शिक्षा और शिक्षकों का योगदान किसी भी समाज के विकास और प्रगति के लिए आवश्यक है। शिक्षक वह स्तंभ हैं जो समाज की नींव को मजबूत करते हैं और उसे एक नई दिशा में ले जाते हैं।
अग्रवाल ने समाज के हर वर्ग से अपील की कि वे शिक्षकों का सम्मान करें और उनके योगदान को सराहें, क्योंकि उनके बिना समाज का विकास संभव नहीं है।
रायपुर। सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने बुधवार को बलौदा बाजार में आयोजित शिक्षादूत पुरुस्कार समारोह में शिक्षकों का सम्मान किया। उन्होंने शॉल श्रीफल और प्रशस्ति पत्र देकर 34 शिक्षकों को सम्मानित किया ।
समारोह को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा “शिक्षादूत का सम्मान” का तात्पर्य उन शिक्षकों और शिक्षण से जुड़े व्यक्तियों के सम्मान से है, जो समाज में शिक्षा के प्रसार और विद्यार्थियों के जीवन को संवारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
यह सम्मान शिक्षकों के प्रति कृतज्ञता और उनकी सेवाओं के प्रति आदर व्यक्त करने का एक माध्यम है। आज जिन शिक्षकों का सम्मान किया गया है उन्होंने कुछ अलग कार्य किया है किसी ने अच्छा रिजल्ट पेश किया, किसी ने मतदाताओं को मतदान के लिए प्रेरित किया। किसी ने नवाचार में कार्य किया है। ऐसे ही उन्हें दूसरे लोगों को भी प्रेरित करना चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि, आज के समय में शिक्षकों की जिम्मेदारी न केवल शिक्षा तक सीमित है, बल्कि समाज के विभिन्न कार्यों में भी उनकी सेवाएँ ली जा रही हैं। शिक्षकों का समर्पण और कर्तव्यनिष्ठा देखते हुए, उन्हें पल्स पोलियो अभियान, जनगणना, मतदान जैसी सरकारी योजनाओं में भी शामिल किया जाता है। इससे यह स्पष्ट होता है कि शिक्षक समाज के हर महत्वपूर्ण कार्य में एक प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं।
यह जिम्मेदारी उनके प्रति समाज की अपेक्षाओं को और बढ़ाती है, साथ ही उनके योगदान को और भी महत्वपूर्ण बनाती है। और ऐसे शिक्षकों को सम्मानित करना हमारे लिए गौरव की बात है। समारोह में मंत्री टंक राम वर्मा, कलेक्टर, जिला शिक्षा अधिकारी हिमांशु भारतीय, सनम जांगड़े, लक्ष्मी वर्मा, शिव रतन शर्मा, चित्तावर जायसवाल समेत विभागीय अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।