छत्तीसगढ़ में बारिश

joharcg.com छत्तीसगढ़ के लोगों के लिए अच्छी खबर है! हाल ही में मौसम विभाग ने घोषणा की है कि प्रदेश में आगामी दिनों में बारिश होने की संभावना है, जो गर्मी और सूखे से राहत दिला सकती है। इस बारिश से न केवल मौसम में ठंडक आएगी, बल्कि यह कृषि और जलस्रोतों के लिए भी फायदेमंद साबित हो सकती है।

मौसम विभाग के अनुसार, छत्तीसगढ़ में एक नया मौसमी सिस्टम सक्रिय हो रहा है जो प्रदेश में बारिश का कारण बनेगा। इस सिस्टम के प्रभाव से आने वाले दिनों में छत्तीसगढ़ के विभिन्न हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। इस बारिश से तापमान में गिरावट आएगी और गर्मी की चपेट से राहत मिलेगी।

  1. मौसम में बदलाव: बारिश के कारण प्रदेश के मौसम में महत्वपूर्ण बदलाव आएगा। उमस और गर्मी में कमी होगी, जिससे लोगों को राहत मिलेगी।
  2. कृषि पर प्रभाव: बारिश कृषि के लिए भी महत्वपूर्ण होगी। सूखे के कारण प्रभावित फसलों को इस बारिश से काफी लाभ होगा। किसानों को पानी की कमी की समस्या से राहत मिलेगी और फसलों की सेहत में सुधार होगा।
  3. जलस्रोतों में सुधार: इस बारिश से प्रदेश के जलस्रोतों की स्थिति में भी सुधार होगा। reservoirs और जलाशयों में पानी का स्तर बढ़ेगा, जिससे पानी की कमी की समस्या हल होगी।

बारिश के साथ ही कुछ सावधानियाँ बरतने की जरूरत है। बारिश के दौरान सड़कें गीली और फिसलन भरी हो सकती हैं, इसलिए यात्रा करते समय सावधानी बरतें। इसके अलावा, बाढ़ और जलभराव से बचने के लिए तैयारियों में सुधार करें और संभावित जोखिमों से निपटने के उपाय करें।

छत्तीसगढ़ में होने वाली आगामी बारिश प्रदेश के मौसम को राहत प्रदान करेगी और विभिन्न क्षेत्रों को सकारात्मक प्रभाव महसूस होगा। यह बारिश न केवल मौसम में ठंडक लाएगी बल्कि कृषि और जलस्रोतों के लिए भी फायदेमंद साबित होगी। प्रदेशवासियों को इस बारिश का स्वागत करना चाहिए और इसके लाभों का पूरा लाभ उठाना चाहिए।

रायपुर। छत्‍तीसगढ़ में बुधवार से वर्षा की गतिविधियों और तीव्रता में कमी हो सकती है। कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने के साथ गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। एक-दो स्थानों पर वज्रपात के आसार है। बारिश कम होने से अधिकतम तापमान में वृद्धि होगी। उत्तरी छत्तीसगढ़ के ऊपर स्थित अवदाब क्षेत्र के सुस्पष्ट रूप से चिह्नित निम्न दाब क्षेत्र में परिवर्तित होने और पश्चिम-उत्तर पश्चिम दिशा में उत्तरी छत्तीसगढ़ और उससे सटे पूर्वी मध्य प्रदेश की ओर बढ़ने की संभावना है।

प्रदेश में एक स्थान पर अति भारी बारिश, 38 स्थानों पर बहुत भारी बारिश तथा 39 स्थानों पर भारी बारिश दर्ज की गई। सबसे अधिक वर्षा राजनांदगांव के लाल बहादुर नगर में 240 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। रायपुर में 118 मिलीमीटर बारिश हुई। जो एक ही दिन में अगस्त और सितंबर माह की सबसे ज्यादा बारिश है। प्रदेश में सर्वाधिक अधिकतम तापमान 31.5 डिग्री बलरामपुर में तथा सबसे कम न्यूनतम तापमान 20.1 डिग्री नारायणपुर में दर्ज किया गया।

बना हुआ यह सिस्टम एक अवदाब उत्तर छत्तीसगढ़ और उससे लगे अंदरूनी ओडिशा के ऊपर स्थित था, पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए उत्तर छत्तीसगढ़ के ऊपर स्थित है। इसके पश्चिम-उत्तर- पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए उत्तर छत्तीसगढ़ को पार करके, कमजोर होकर चिह्नित निम्न दाब के क्षेत्र के रूप में छत्तीसगढ़ और उससे लगे पूर्वी मध्य प्रदेश के ऊपर 10 सितंबर को पहुंचने की संभावना है।

मानसून द्रोणिका मध्य समुद्र तल पर बीकानेर, कोटा, गुना, उमरिया, उत्तर छत्तीसगढ़ में स्थित अवदाब के केंद्र, पूरी और उसके बाद दक्षिण-पूर्व की ओर पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी तक 1.5 किलोमीटर ऊंचाई तक फैला है।

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