joharcg.com छत्तीसगढ़ के कलाकारों ने समाज में बढ़ती नशाखोरी की समस्या के खिलाफ एक अहम कदम उठाते हुए युवाओं से नशे से दूर रहने की जोरदार अपील की है। इस पहल का मकसद युवाओं को नशे के चंगुल से निकालकर एक स्वस्थ, रचनात्मक और उन्नत जीवन की ओर प्रेरित करना है। नशाखोरी आज के समय में न केवल हमारे स्वास्थ्य के लिए खतरा बन चुकी है, बल्कि यह हमारी सामाजिक, आर्थिक और मानसिक स्थिति को भी गंभीर रूप से प्रभावित कर रही है।
कलाकारों ने अपने अपने माध्यमों से इस समस्या की गंभीरता को उजागर किया। नृत्य, संगीत, रंगमंच और कला के माध्यम से उन्होंने इस संदेश को जनता तक पहुंचाने की कोशिश की कि नशे के कारण व्यक्ति न केवल अपना जीवन नष्ट कर देता है, बल्कि समाज और परिवार के लिए भी एक बोझ बन जाता है। उनका कहना है कि युवा पीढ़ी, जो हमारे समाज का भविष्य है, उसे नशे की लत से बचाने के लिए यह जरूरी है कि हम एक साथ मिलकर इसके खिलाफ आवाज उठाएं।
कलाकारों ने युवाओं को अपने समय और ऊर्जा को नशे जैसी विनाशकारी चीज़ों पर बर्बाद करने के बजाय रचनात्मक कार्यों में लगाने की सलाह दी। नशे के आदी लोग अक्सर समाज से कट जाते हैं और अपनी सृजनशीलता को खो बैठते हैं। जबकि नशे से दूर रहने वाले लोग अपने जीवन में न केवल व्यक्तिगत सफलता हासिल करते हैं, बल्कि समाज में भी सकारात्मक बदलाव लाने में सक्षम होते हैं।
छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध कलाकारों ने इस संदेश को आगे बढ़ाने के लिए विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया। नृत्य और संगीत के जरिए उन्होंने यह दिखाया कि कैसे नशा इंसान को उसकी पूरी क्षमता से वंचित कर देता है। उनके मुताबिक, कला और रचनात्मकता को अपनाकर युवा न केवल अपनी ऊर्जा का सही इस्तेमाल कर सकते हैं, बल्कि समाज के लिए प्रेरणास्त्रोत भी बन सकते हैं। कलाकारों का कहना है कि नशा छोड़कर अपने जीवन को नया आयाम देना ही असली सफलता है।
नशे के खिलाफ इस अभियान को छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में व्यापक समर्थन मिला है। लोग इसे एक सकारात्मक बदलाव के रूप में देख रहे हैं, जो समाज को एक नई दिशा में ले जा सकता है। कलाकारों का कहना है कि यह उनकी जिम्मेदारी है कि वे समाज में जागरूकता फैलाएं और युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों से बचाएं।
ड्रग्स से दूर रहना न केवल एक व्यक्तिगत निर्णय है, बल्कि यह समाज के प्रति हमारी जिम्मेदारी भी है। कलाकारों की यह अपील न केवल युवाओं को प्रेरित करेगी, बल्कि समाज के हर वर्ग में जागरूकता फैलाने में मदद करेगी। नशा जीवन को अंधकार की ओर धकेलता है, जबकि इसका त्याग करके हम अपने जीवन में नई रौशनी ला सकते हैं।
छत्तीसगढ़ के कलाकारों की इस अपील को अब सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफार्म पर भी जोरदार समर्थन मिल रहा है, जिससे यह संदेश तेजी से फैल रहा है। उम्मीद है कि इस अभियान से अधिक से अधिक लोग जुड़ेंगे और नशे के खिलाफ एक मजबूत मोर्चा बनाएंग
लगभग हर दिन हम समाचार में सुनते हैं कि किसी यातायात दुर्घटना की वजह से किसी युवक या युवती की मौत हो गई है और जब जांच की गई है तो पता चलता है कि वो नशे में थे। नशे की लत किसी को बर्बाद कर देती है, इसलिए इससे दूर रहना बेहद जरुरी है।
इसी सोच को मजबूत करने के लिए छत्तीसगढ़ के कलाकारों ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। निषेधार्थ ज्ञापनी संगठन ने नशे के खिलाफ एक अभियान चलाया है, जिसमें वे लोगों को नशे को न कहने की अपील कर रहे हैं। इस अभियान में कलाकारों ने सक्षम भूमिका निभाई है।
नशे की लत से मुकाबला करने के लिए चट्टान की तरह मजबूत होना जरुरी है और इसमें कला का जादू होता है। कलाकारों ने नशे से जुड़ी कहानियों को साझा किया है जो लोगों के दिलों में सही दिशा बताने के लिए काफी कारगर साबित हो सकती है।
यह नहीं कि छत्तीसगढ़ में सिर्फ कलाकार ही हैं जो इस अभियान में शामिल हैं, बल्कि आम जनता भी इस मुहिम में जुटा है और नशे की लत से बचाव के लिए सहयोग कर रही है।
इस अभियान की सफलता इस बात पर निर्भर करेगी कि लोग कितनी मजबूत इच्छाशक्ति रखते हैं और कैसे वे दिन-रात नशे से दूर रहने की कोशिश करते हैं। नशे से जुड़ी बुरी आदतें छत्तीसगढ़ समेत पूरे भारत में आम हो गई हैं। लेकिन सही मार्ग पर चलने और सही दिशा में चलने से किसी भी मुश्किल का सामना किया जा सकता है।
इस नशे के खिलाफ अभियान में मीडिया का भी महत्वपूर्ण योगदान है, जिससे लोगों तक सही संदेश पहुंच सके और वे सही दिशा में चलने के लिए प्रेरित हों।
नशे को न कहने की अपील को सामर्थ्य और सहयोग से हम सभी मिलकर मानते हैं तो एक और नशे के मामले से लड़ना अब किसी भी केन्द्रीय थाने की तरह हम सभी के लिए आसान हो सकता है।
इसी उम्मीद के साथ हम सभी को सहयोग की आपेक्षा करनी चाहिए, ताकि हम अपने समाज में नशा-मुक्ति की भावना को मजबूत