झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही

joharcg.com जांजगीर-चांपा छत्तीसगढ़ के एक छोटे से गांव में एक झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही का गंभीर मामला सामने आया है, जहां एक गर्भवती महिला की गलत इलाज के कारण मौत हो गई। इस दर्दनाक घटना के बाद पुलिस ने आरोपी डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है। यह घटना स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी और अयोग्य चिकित्सकों द्वारा मरीजों के साथ किए जाने वाले खतरनाक कृत्यों की ओर इशारा करती है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति पर सवाल खड़े हो रहे हैं।

यह घटना तब सामने आई जब गर्भवती महिला को स्थानीय झोलाछाप डॉक्टर के पास ले जाया गया था, जिसे किसी भी प्रकार की चिकित्सा डिग्री या प्रशिक्षण नहीं था। पीड़ित महिला को कुछ हल्की स्वास्थ्य समस्याओं की शिकायत थी, लेकिन डॉक्टर ने बिना सही जांच किए उसे इंजेक्शन लगा दिया। कुछ समय बाद महिला की हालत बिगड़ने लगी, और उसे स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई।

महिला के परिवार ने आरोप लगाया कि झोलाछाप डॉक्टर ने लापरवाही से गलत इंजेक्शन लगाया, जिससे उसकी मौत हो गई। परिवार का कहना है कि अगर समय पर उचित इलाज मिलता और डॉक्टर सही होता, तो महिला की जान बचाई जा सकती थी। इस घटना ने गांव में गुस्से और आक्रोश का माहौल पैदा कर दिया है, और लोग अवैध रूप से प्रैक्टिस करने वाले झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए झोलाछाप डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि आरोपी डॉक्टर के पास किसी भी प्रकार का चिकित्सा लाइसेंस नहीं है और वह बिना किसी योग्य प्रशिक्षण के सालों से लोगों का इलाज कर रहा था। पुलिस ने डॉक्टर के क्लिनिक को सील कर दिया है और मामले की विस्तृत जांच शुरू कर दी है। साथ ही, उन दवाइयों और उपकरणों की भी जांच की जा रही है, जिनका डॉक्टर उपयोग करता था।

यह घटना केवल एक व्यक्ति की लापरवाही की कहानी नहीं है, बल्कि यह ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सुविधाओं की गंभीर कमी की ओर भी इशारा करती है। गांवों में चिकित्सा सेवाओं की कमी के कारण लोग अक्सर अयोग्य डॉक्टरों के चंगुल में फंस जाते हैं, जो सस्ती और सुलभ इलाज के नाम पर उनकी जान से खिलवाड़ करते हैं। सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों की कमी या उनकी दूरस्थता के कारण लोग झोलाछाप डॉक्टरों का सहारा लेते हैं, जो न केवल गैरकानूनी है, बल्कि खतरनाक भी है।

इस घटना ने सरकार और प्रशासन की जिम्मेदारियों पर भी सवाल खड़े किए हैं। झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जरूरत है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए सरकार को ठोस कदम उठाने होंगे। इसके अलावा, जनता को भी जागरूक करना जरूरी है, ताकि वे किसी अयोग्य व्यक्ति के इलाज में अपनी जान जोखिम में न डालें।

इस घटना से गांव में आक्रोश का माहौल है। लोग स्थानीय प्रशासन से झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। साथ ही, उन्होंने सरकार से ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की गुहार लगाई है, ताकि भविष्य में ऐसी दुखद घटनाओं से बचा जा सके।

जिले के ग्राम हीरागढ़ टुरी की गर्भवती महिला की मौत के मामले में पुलिस ने ग्राम सिउड़ के झोलाछाप डॉक्टर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। आरोपित डॉक्टर के द्वारा गलत इंजेक्शन लगाने से महिला की तबीयत बिगड़ी और उसके बाद मौत हुई थी। इसकी पुष्टि शासकीय डॉक्टर ने जांच में की है। मामला नवागढ़ थाने का है। नवागढ़ थाना प्रभारी भास्कर शर्मा ने बताया कि ग्राम हीरागढ़ टुरी निवासी सहदेव कश्यप की पत्नी रुक्मणी कश्यप चार माह की गर्भवती थी। कुछ दिनों से उसके हाथ और पांव में दर्द रहता था।

एक सितंबर को रात लगभग नौ से दस बजे के आसपास उसके हाथ पैर में तेज दर्ज हुआ। इस दौरान उसकी सांस भी फूलने लगी। तब उसके स्वजनों ने ग्राम सिउड़ के झोलाछाप डॉक्टर ध्रुवंतो सिकदार 52 वर्ष पिता धनंजय सिकदार को बुलाया। जिसने जांच के बाद महिला को एक इंजेक्शन लगा दिया। इंजेक्शन लगाने के पांच से दस मिनट के बाद उसकी तबीयत ज्यादा खराब होने लगी।

महिला को तेज खांसी के साथ नाक और मुंह से खून निकलने लगा। जिसे देखकर स्वजन उसे इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नवागढ़ लेकर गए। जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद रुक्मणी कश्यप को मृत घोषित कर दिया। स्वजन ने इसकी सूचना नवागढ़ थाने में दी। जिस पर पुलिस ने मर्ग पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया। पुलिस ने झोलाछाप ध्रुवंतो सिकदार से घटना के संबंध में पूछताछ की। उसने बताया कि महिला को डेरीफायलीन नामक इंजेक्शन लगाया था।

सरकारी डॉक्टर ने झोलाछाप ध्रुवंतो सिकदार के द्वारा गर्भवती महिला के इलाज को गलत बताया। डॉक्टरों ने इंजेक्शन से ही गर्भवती महिला की मौत की आशंका जताई है। इसके बाद झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ बीएनएस की धारा 105 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। पुलिस ने सिउड़ निवासी आरोपित ध्रुवंतो सिकदार को आठ सितंबर को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया।

Amar Agrawal Archives – JoharCG