joharcg.com रायसेन (Raisen) जिले में प्रशासन और पुलिस ने अवैध शराब के कारोबार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए कई स्थानों पर छापेमारी की है। इस अभियान के तहत बड़ी मात्रा में अवैध शराब बरामद की गई है, जिससे स्थानीय शराब माफिया में हड़कंप मच गया है। प्रशासन द्वारा इस कार्रवाई को क्षेत्र में अवैध शराब के प्रसार को रोकने के लिए एक सख्त कदम माना जा रहा है।

प्रशासन को लंबे समय से यह सूचना मिल रही थी कि रायसेन और उसके आस-पास के इलाकों में अवैध शराब का धंधा फल-फूल रहा है। इस सूचना के आधार पर पुलिस और आबकारी विभाग की संयुक्त टीम ने कई ठिकानों पर छापेमारी की। इन छापों के दौरान भारी मात्रा में अवैध शराब जब्त की गई, जिसे गैरकानूनी तरीके से तैयार और बेचा जा रहा था।

इस सख्त कार्रवाई के बाद शराब माफिया में भारी हलचल मच गई है। कई स्थानीय माफिया और उनके गुर्गे या तो फरार हो गए हैं या पुलिस की रडार पर हैं। प्रशासन ने इस पूरे नेटवर्क को तोड़ने के लिए आगे की जांच शुरू कर दी है और जल्द ही अन्य माफियाओं के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

रायसेन के जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट रूप से कहा है कि जिले में अवैध शराब का कारोबार किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने चेतावनी दी कि ऐसे माफियाओं के खिलाफ लगातार छापेमारी जारी रहेगी और इस गोरखधंधे में शामिल लोगों को कानून के शिकंजे में लाया जाएगा।

इस कार्रवाई के बाद स्थानीय निवासियों ने प्रशासन के इस कदम की सराहना की है। लोगों का कहना है कि अवैध शराब की बिक्री से समाज में कई बुराइयां फैल रही थीं और युवा पीढ़ी इससे बुरी तरह प्रभावित हो रही थी। इस कार्रवाई से लोगों में विश्वास जगा है कि प्रशासन अवैध गतिविधियों के खिलाफ सख्त कदम उठा रहा है।

प्रशासन ने अवैध शराब माफिया को खत्म करने के लिए लंबी अवधि की योजना बनाई है। इसके तहत नियमित रूप से छापेमारी, गुप्त सूचना तंत्र को मजबूत करना और अवैध शराब के सप्लाई चैन को तोड़ने जैसे कदम उठाए जाएंगे। साथ ही, समाज में जागरूकता फैलाने के लिए भी अभियान चलाया जाएगा, ताकि लोग अवैध शराब की बिक्री और सेवन के खतरों को समझ सकें।

रायसेन में अवैध शराब के खिलाफ कार्रवाई की गई, शराब माफिया में हड़कंप मचा। रायसेन जिले में स्थित एक अवैध शराब कारख़ाने के खुलासे के बाद, गहने और गहरी चिंताओं की उठने लगी है। सूत्रों के मुताबिक, एक मुखबिर की सूचना के बाद, रायसेन के कलेक्टर अरविंद कुमार दुबे ने शीघ्र कार्रवाई के निर्देश दिए। अवैध शराब कारख़ाने की खोज में वंदना पाण्डेय को सहायक आयुक्त आबकारी के रूप में नियुक्त किया गया था।

कहा जाता है कि अवैध शराब कारखाने पर कार्रवाई के बाद शराब माफिया में गहने छिप कर भाग रहे हैं। यह घटना स्थानीय लोगों में डर और व्याकुलता का कारण बन चुकी है। इसके बाद, जिला आबकारी अधिकारी सरिता चंदेल ने भ्रष्टाचार के खिलाफ निर्णय लेने की जिम्मेदारी सम्भाली और तत्काल कार्रवाई करने का आदेश दिया।

इस घटना के बाद, सुरक्षा बलों ने शहर के विभिन्न क्षेत्रों में रेड रेड के अंदाज में शार्ट ऑपरेशन कार्यक्रम आयोजित किया जिसमें कई शराब कारखानों को बंद कर दिया गया। यह कार्रवाई रायसेन जिले में शराब माफिया के ख़िलाफ एक महत्वपूर्ण कदम है। लोगों में उम्मीद है कि इससे शराब माफिया की गतिविधियों पर रोक लगेगी और जनता को अवैध शराब से बचने में मदद मिलेगी।

इसके साथ ही, सरकार की यह कदम स्वराज्य और शांति के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश भी है कि किसी भी प्रकार के अवैध और अपराधिक कार्यों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस समाचार से स्थानीय लोगों के साथ ताजगी और उत्सुकता का अनुभव हो रहा है और सभी कानून व्यवस्था के पक्ष में आश्वासन मिल रहा है।,

Charan Das Mahant Archives – JoharCG