joharcg.com गणेश चतुर्थी का पर्व हर साल धूमधाम से मनाया जाता है और इसी क्रम में इस वर्ष भी मुख्यमंत्री निवास में भगवान गणेश की विधिवत स्थापना की गई। मुख्यमंत्री ने पूरे विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर भगवान गणेश को अपने निवास पर विराजमान किया। इस पावन अवसर पर मुख्यमंत्री के परिवार और कई गणमान्य व्यक्ति भी शामिल हुए।
गणेश चतुर्थी का पर्व भगवान गणेश के आगमन का प्रतीक है, जिन्हें विघ्नहर्ता और शुभलाभ का दाता माना जाता है। हर साल गणपति बप्पा के स्वागत में लाखों घरों और सार्वजनिक स्थानों पर उनकी स्थापना की जाती है। इसी परंपरा के तहत मुख्यमंत्री निवास में भी यह भव्य आयोजन किया गया।
भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित करने के बाद, मुख्यमंत्री ने मंत्रोच्चार के साथ विधिवत पूजा-अर्चना की। इस दौरान विशेष रूप से भगवान गणेश की आरती और श्लोकों का उच्चारण किया गया। इसके बाद पूरे परिवार और उपस्थित लोगों ने गणपति बप्पा से सुख, समृद्धि, और विघ्नों के नाश की कामना की।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा, “भगवान गणेश सभी के जीवन में खुशहाली और समृद्धि लेकर आएं, और सभी विघ्नों का नाश करें। यह पर्व हमें एकता, भाईचारे, और धार्मिक आस्था का प्रतीक है।”
इस वर्ष गणेश उत्सव को पर्यावरण के प्रति जागरूकता के साथ मनाने का संदेश भी दिया गया। मुख्यमंत्री ने ईको-फ्रेंडली गणेश मूर्तियों की स्थापना का आह्वान किया और प्लास्टर ऑफ पेरिस (POP) से बनी मूर्तियों के स्थान पर मिट्टी से बनी गणेश मूर्तियों को प्राथमिकता देने की अपील की।
मुख्यमंत्री ने गणेश चतुर्थी के मौके पर राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में आयोजित सार्वजनिक गणेश उत्सवों में भी भागीदारी की। उन्होंने जनता से आग्रह किया कि वे उत्सव को सद्भाव और मिलजुल कर मनाएं, और अपने आस-पास के जरूरतमंदों की सहायता करें।
गणेश चतुर्थी का यह पर्व पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है, और मुख्यमंत्री निवास में भगवान गणेश की स्थापना ने इसे और भी खास बना दिया है। मुख्यमंत्री द्वारा किया गया यह आयोजन धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक समर्पण का प्रतीक है, जो राज्य और जनता के लिए शुभ और मंगलकारी सिद्ध होगा।