मप्र में भेड़िए

joharcg.com मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में भेड़िए का आतंक बढ़ता जा रहा है, जिससे स्थानीय लोगों के बीच चिंता की लहर दौड़ गई है। हाल ही में, एक भयानक घटना ने इस संकट को और भी गंभीर बना दिया है। खंडवा जिले में एक ही परिवार के पांच सदस्य भेड़िए के हमले का शिकार हो गए हैं, जिससे इलाके में दहशत फैल गई है।

घटना खंडवा जिले के एक दूरदराज गांव में घटी। रात के समय, भेड़िए ने एक घर में घुसकर वहां सो रहे परिवार के पांच सदस्यों पर हमला कर दिया। भेड़िए की इस दहशत भरी हरकत ने परिवार के लोगों को गंभीर रूप से घायल कर दिया और उनका जीवन संकट में डाल दिया।

सभी पीड़ितों को तुरंत स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहाँ उनका इलाज जारी है। परिवार के सदस्य गंभीर चोटों से जूझ रहे हैं, और चिकित्सकों की टीम उनकी जान बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। इस घटना के बाद से गांववासियों में भेड़ियों के प्रति गहरी चिंता और भय व्याप्त है।

भेड़िए के हमले की जानकारी मिलते ही स्थानीय प्रशासन और वन विभाग की टीमें सक्रिय हो गई हैं। उन्होंने घटनास्थल पर जाकर स्थिति का जायजा लिया और सुरक्षा के लिए त्वरित उपाय करने की बात कही है। वन विभाग ने भेड़ियों के उत्पात को नियंत्रित करने के लिए विशेष अभियान शुरू किया है और ग्रामीणों को इस मामले में सतर्क रहने की सलाह दी है।

प्रशासन ने इस घटना के बाद गांव में जागरूकता अभियान चलाने की भी योजना बनाई है ताकि लोग भेड़ियों के हमलों से बचने के उपायों को जान सकें और सुरक्षित रह सकें। इसके साथ ही, वे भेड़ियों की गतिविधियों की निगरानी और उनके आवास क्षेत्रों की पहचान के लिए भी काम कर रहे हैं।

गांववासियों ने इस घटना के बाद अपनी सुरक्षा को लेकर चिंताओं का इज़हार किया है। उन्होंने प्रशासन से भेड़ियों की समस्या के स्थायी समाधान की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि वे भेड़ियों के आतंक से त्रस्त हैं और उन्हें आशा है कि प्रशासन जल्द से जल्द प्रभावी कदम उठाएगा ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।

वन विभाग और स्थानीय प्रशासन भेड़ियों की गतिविधियों को नियंत्रित करने और ग्रामीणों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक दीर्घकालिक योजना तैयार कर रहे हैं। इसमें भेड़ियों के शिकार की रोकथाम, उनके प्राकृतिक आवास की रक्षा, और ग्रामीण क्षेत्रों में सुरक्षा उपायों को मजबूत करने पर ध्यान दिया जाएगा।

खंडवा में भेड़िए का हमला न केवल एक गंभीर सुरक्षा समस्या को उजागर करता है, बल्कि यह स्थानीय समुदाय के लिए एक बड़ा संकट भी है। प्रशासन और वन विभाग को इस संकट को समाप्त करने के लिए ठोस और त्वरित उपाय करने होंगे, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोका जा सके और स्थानीय लोगों को सुरक्षा प्रदान की जा सके।

खंडवा. उत्तर प्रदेश के बहराइच में भेड़ियों के हमले के मामले अभी रुके नहीं थे कि मध्य प्रदेश के खंडवा में भी भेड़िए ने आतंक मचा दिया है. शुक्रवार को एक परिवार के पांच सदस्यों पर भेड़िये ने हमला कर दिया. यह घटना जिला मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर दूर आदिवासी बहुल खालवा तहसील के मालगांव में रात 2 बजकर 30 मिनट पर हुई. जानकारी के मुताबिक झोपड़ी के बाहर सो रहे एक ही परिवार के लोगों पर भेड़िए ने हमला कर दिया और 5 को घायल कर दिया.

इसमें एक महिला के सिर पर भेड़िए ने हमला किया जबकि एक पुरुष के हाथ पर उसने हमला किया. इसके अलावा भी तीन और लोग इस हमले में घायल हुए हैं. जिन्हें खंडवा के शासकीय जिला मुख्य चिकित्सालय में भर्ती किया गया है. घायलों के अस्पताल पहुंचने के बाद यह घटना जानकारी में आई. जिसके बाद वन विभाग का अमला सक्रिय हुआ. गहरी नींद में हड़बड़ाकर उठे लोगों को पहले समझ ही नहीं आया कि हुआ क्या है, तभी उनकी नजर एक भेड़िए पर पड़ी. लोगों ने उसे घेरकर लाठियों से जमकर पीटा और फिर बंधक बना लिया.

ग्रामीणों के मुताबिक भेड़िए ने दम तोड़ दिया, लेकिन वन विभाग ने अभी इसकी पुष्टि नहीं की है. मामले में वन विभाग के आधिकारियों का कहना है कि मलगांव के आसपास जो जंगल है, वहां वाइल्ड डॉग ,भेड़िए ,लोमड़ी जैसे जानवर पाए जाते हैं. ये कभी-कभी शिकार या पानी की तलाश में बाहर आ जाते हैं. शुक्रवार रात भी संभवत: ऐसा ही कुछ हुआ होगा. बहरहाल इस जंगल में अभी कितने और भेड़िए हैं, इसके बारे में किसी को कुछ नहीं पता है. इधर, इस हमले से ग्रामीण दहशत में आ गए हैं.

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