पेरिस पैरालंपिक

joharcg.com पेरिस पैरालंपिक 2024 में भारतीय एथलीट निशाद कुमार ने अपने बेहतरीन प्रदर्शन से देश का मान बढ़ाया है। उन्होंने हाई जंप इवेंट में सिल्वर मेडल जीतकर न केवल भारत का नाम रोशन किया, बल्कि भारत की मेडल टैली को भी ऊंचाई पर पहुंचा दिया है। इस शानदार प्रदर्शन के बाद भारत अब 27वें स्थान पर पहुंच गया है, जो कि देश के लिए गर्व की बात है।

निशाद कुमार का पैरालंपिक तक का सफर आसान नहीं था। उन्होंने अपने जीवन में कई चुनौतियों का सामना किया, लेकिन अपने संकल्प और मेहनत से उन्होंने दुनिया को दिखा दिया कि इच्छाशक्ति के सामने कोई भी बाधा टिक नहीं सकती। निशाद का यह मेडल उनके कठिन परिश्रम का फल है और यह जीत उनके अदम्य साहस का प्रमाण है।

इस जीत का महत्व केवल एक मेडल तक सीमित नहीं है। यह जीत भारत के पैरालंपिक इतिहास में एक और सुनहरा अध्याय जोड़ती है। निशाद के इस मेडल ने उन सभी भारतीय एथलीटों को प्रेरित किया है, जो अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपने देश का नाम रोशन करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। यह सिल्वर मेडल उनके आत्मविश्वास को और भी मजबूत करेगा और भविष्य में और भी बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करेगा।

निशाद कुमार की इस जीत के साथ भारत की मेडल टैली में भी सुधार हुआ है। पेरिस पैरालंपिक 2024 में अब तक भारत के खाते में कुछ गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल आ चुके हैं, जिनकी बदौलत देश 27वें स्थान पर पहुंचा है। हालांकि, यह स्थान बहुत ऊंचा नहीं है, लेकिन भारत के एथलीटों के लिए यह एक बड़ा कदम है और आने वाले समय में और भी बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है।

निशाद कुमार की इस ऐतिहासिक जीत के बाद पूरे देश में जश्न का माहौल है। सोशल मीडिया पर लोग उन्हें बधाई दे रहे हैं और उनकी सफलता को सेलिब्रेट कर रहे हैं। प्रधानमंत्री से लेकर खेल प्रेमियों तक, सभी ने निशाद की इस उपलब्धि की सराहना की है। इस जीत ने भारत को एक बार फिर से गौरवान्वित किया है और पूरे देश को एकजुट कर दिया है।

भारत में पैरालंपिक खेलों की पहचान और सम्मान धीरे-धीरे बढ़ रहा है। निशाद कुमार जैसे एथलीटों की सफलता ने इन खेलों को मुख्यधारा में लाने का काम किया है। सरकार और खेल संगठनों की ओर से भी अब पैरालंपिक एथलीटों को अधिक समर्थन मिल रहा है, जिससे आने वाले समय में भारत की मेडल टैली में और भी सुधार हो सकता है।

इस प्रकार, निशाद कुमार की यह जीत न केवल उनके व्यक्तिगत संघर्ष की कहानी है, बल्कि यह भारत के खेल इतिहास में एक नई शुरुआत का प्रतीक भी है। उनके इस सिल्वर मेडल ने भारत के लोगों को गर्वित किया है और उन्हें उम्मीद की एक नई किरण दिखाई है।

पेरिस पैरालंपिक 2024 में भारत के पदकों की संख्या में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है, जिसमें प्रीति पाल ने जहां दूसरा मेडल जीतने में सफलता हासिल की तो वहीं इसके थोड़ी देर पर पुरुषों के T47 हाई जंप इवेंट में सिल्वर मेडल को अपने नाम किया है। निषाद कुमार ने फाइनल में 2.04 मीटर लंबी कूद लगाने के साथ दूसरा स्थान हासिल किया। उसके अलावा इसी इवेंट में भारत के राम पाल भी हिस्सा ले रहे थे लेकिन वह 1.95 मीटर की हाई जंप लगाने में कामयाब हो सके जिससे उन्होंने 7वें नंबर पर खत्म किया। इस इवेंट में अमेरिका के रोडरिक टाउनसेंड-रॉबर्ट्स ने गोल्ड मेडल जीता है जिनका इससे पहले भी इस इवेंट में दबदबा देखने को मिला है।

भारत मेडल टैली में पहुंचा 27वें नंबर पर
पेरिस पैरालंपिक 2024 में भारत अब मेडल टैली में 27वें नंबर पर पहुंच गया है, जिसमें अब भारत के खाते में 1 गोल्ड, 2 सिल्वर और 4 ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं। भारत की तरफ से पेरिस पैरालंपिक में शूटिंग में अब तक सबसे ज्यादा 4 मेडल आए हैं, जिसमें अवनि लेखरा ने एक गोल्ड मेडल जीतने में सफलता हासिल की है। वहीं मनीष नरवाल ने सिल्वर जीतने में सफलता हासिल की है। वहीं रूबिना फ्रांसिस और मोना अग्रवाल ने ब्रॉन्ज मेडल जीता। इसके अलावा प्रीति पाल T35 में महिलाओं की 100 मीटर और 200 मीटर की रेस में ब्रॉन्ज मेडल जीतने में सफल हुई हैं। Laxmi Rajwade Archives – JoharCG