joharcg.com राष्ट्रीय आयुष मिशन की टीम ने हाल ही में स्वर्णप्राशन की विधि और इसके लाभों की गहरी सराहना की है। स्वर्णप्राशन, जो आयुर्वेदिक चिकित्सा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, बच्चों के स्वास्थ्य और विकास के लिए प्रसिद्ध है। इस विधि को लेकर राष्ट्रीय आयुष मिशन ने अपनी सकारात्मक राय साझा की है, जो आयुर्वेद के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को और मजबूत करती है।

स्वर्णप्राशन एक प्राचीन आयुर्वेदिक उपचार है जिसमें सोने के बर्तन में तैयार किए गए औषधीय मिश्रण को बच्चों को दिया जाता है। यह उपचार बच्चों की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने, मानसिक विकास को प्रोत्साहित करने, और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार करने के लिए जाना जाता है।

राष्ट्रीय आयुष मिशन की टीम ने इस विधि के विभिन्न लाभों की पहचान की है और इसके पारंपरिक महत्व को मान्यता दी है। उनकी सराहना का मुख्य कारण यह है कि स्वर्णप्राशन ने वर्षों से बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार लाने और उनके विकास में सहायक साबित होने के कई प्रमाण प्रस्तुत किए हैं।

टीम ने बताया कि आयुष मिशन का उद्देश्य पारंपरिक आयुर्वेदिक विधियों को आधुनिक चिकित्सा पद्धतियों के साथ एकीकृत करना है, ताकि लोगों को समग्र स्वास्थ्य लाभ मिल सके। स्वर्णप्राशन की प्रशंसा इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो आयुष के प्रति एक नई दृष्टि प्रस्तुत करता है।

इस सराहना के साथ, राष्ट्रीय आयुष मिशन ने स्वर्णप्राशन और अन्य पारंपरिक उपचार विधियों को बढ़ावा देने का संकल्प लिया है। उनका मानना है कि इन विधियों की वैज्ञानिक जांच और आधुनिक चिकित्सा में एकीकृत करके स्वास्थ्य के क्षेत्र में नई संभावनाएँ उत्पन्न की जा सकती हैं।

राष्ट्रीय आयुष मिशन की टीम ने हाल ही में स्वर्णप्राशन को सराहा है। स्वर्णप्राशन एक प्राचीन आयुर्वेदिक तकनीक है जिसमें स्वर्ण को गर्भाशय के किनारे पाचन कराया जाता है और उसे प्रबल बनाने के लिए लोहे में तले जाते हैं। इस तकनीक के माध्यम से शिशु के शारीरिक और मानसिक विकास में सुधार होता है।

राष्ट्रीय आयुष मिशन की टीम ने स्वर्णप्राशन को उत्तम मानक बताया है और इसे लोकप्रियता प्राप्त करने की सलाह दी है। इस तकनीक के उपयोग से न केवल बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार होता है, बल्कि उनकी मानसिक शक्ति और बुद्धि विकसित होती है।

स्वर्णप्राशन का उपयोग बच्चों के रोगनिमित्तक रोगों से बचाव में भी किया जाता है। इस तकनीक को नकारात्मक ऊर्जा को निषेचित करने और शरीर की रक्षा तंत्र को मजबूत बनाने के लिए भी प्रयोग किया जाता है।

राष्ट्रीय आयुष मिशन की टीम ने स्वर्णप्राशन के प्रभावकारी नतीजों को देखकर इसे प्रशंसा की है और सलाह दी है कि इसे अधिक से अधिक लोगों को जानकारी दी जाए। इस तकनीक का उपयोग करके बच्चों के स्वास्थ्य एवं विकास में सुधार लाया जा सकता है और उनका भविष्य स्वस्थ बनाया जा सकता है।

स्वर्णप्राशन का पूरा प्रक्रिया खर्च मुक्त होता है और इसे पारंपरिक तरीके से घर पर ही किया जा सकता है। इसलिए, इस तकनीक को सभी वर्गों के लोगों के लिए उपलब्ध कराया जाना चाहिए। इसलिए, स्वर्णप्राशन एक अद्वितीय और प्रभावशाली तकनीक है जो बच्चों के स्वास्थ्य और विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। राष्ट्रीय आयुष मिशन की टीम ने इसे प्रशंसा की है और इसे बढ़ावा देने की सलाह दी है।

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