joharcg.com नई दिल्ली। विनय मोहन क्वात्रा ने अमेरिका में भारतीय राजदूत का पदभार ग्रहण कर लिया है। उन्होंने तरनजीत सिंह संधू की जगह ली, जो इसी वर्ष सेवा निवृत्त हो गए हैं। उन्होंने इसकी जानकारी सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर दी। एक्स पर एक पोस्ट में उन्होंने लिखा, अमेरिका में भारतीय राजदूत का पद ग्रहण करने का सौभाग्य मिला। यूएस में टीम इंडियन एम्बेसी इस महत्वपूर्ण साझेदारी को मजबूत करने के लिए गंभीरता से काम करना जारी रखेगी।
विनय मोहन क्वात्रा इससे पहले विदेश सचिव भी रह चुके हैं। विदेश सचिव बनने से पहले वह चीन, अमेरिका, फ्रांस में भी विदेश मंत्रालय के अंतर्गत कई जिम्मेदारियां संभाल चुके हैं। क्वात्रा 1988 बैच के आईएफएस ऑफिसर हैं। इस समय उनको मोदी सरकार के पसंदीदा अफसरों में से एक माना जाता है। क्वात्रा इससे पहले नेपाल में भारत के राजदूत के तौर पर कार्यरत थे। हाल ही के सालों में खराब हुए भारत-नेपाल संबंधों को सुधारने का श्रेय क्वात्रा को ही दिया जाता है। वह जिनेवा में भारत के स्थायी मिशन में भी बतौर सचिव काम कर चुके हैं।
विनय मोहन क्वात्रा ने हाल ही में अमेरिका में भारतीय राजदूत का महत्वपूर्ण पद संभाल लिया है। उनके इस पद पर नियुक्ति की खबर से दोनों देशों के रिश्तों को नई दिशा मिलने की संभावना है। विनय मोहन क्वात्रा की यह नियुक्ति भारत और अमेरिका के बीच कूटनीतिक संबंधों को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
विनय मोहन क्वात्रा का कूटनीतिक करियर काफी प्रभावशाली रहा है। वे कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य कर चुके हैं और उनकी विशेषज्ञता अंतरराष्ट्रीय संबंधों और कूटनीति में गहरी समझ की मानी जाती है। अमेरिका में भारतीय राजदूत के रूप में उनकी नियुक्ति, भारत और अमेरिका के बीच आर्थिक, सामरिक और सांस्कृतिक संबंधों को और प्रगाढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
क्वात्रा की नियुक्ति से पहले, उन्होंने विदेश मंत्रालय में विभिन्न जिम्मेदारियां निभाईं और महत्वपूर्ण कूटनीतिक मिशनों का संचालन किया। उनकी विशेषताएं और अनुभव इस भूमिका के लिए उन्हें एक उपयुक्त उम्मीदवार बनाते हैं। अमेरिका में भारतीय समुदाय और व्यापारिक संस्थाओं के साथ उनकी सक्रिय भागीदारी से भारतीय राजदूत के रूप में उनकी भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो गई है।
उम्मीद की जा रही है कि विनय मोहन क्वात्रा अपनी नई भूमिका में अमेरिका में भारतीय हितों की रक्षा करेंगे और दोनों देशों के बीच मजबूत और स्थिर संबंधों को बढ़ावा देंगे। उनकी नियुक्ति से भारतीय विदेश नीति को नई ऊर्जा मिलेगी और अमेरिका के साथ रिश्तों को नए आयाम मिलेंगे। विनय मोहन क्वात्रा के नए पदभार संभालने के साथ, भारतीय कूटनीति को एक नया आयाम मिलेगा, जो कि द्विपक्षीय संबंधों के लिए लाभकारी साबित होगा।