joharcg.com इटावा. उत्तर प्रदेश के इटावा में मालगाड़ी की चपेट में आने से एक सीआरपीएफ जवान की मौत हो गई. घटना के बाद खबर फैली तो मौके पर लोगों की भीड़ लग गई. घटना के बारे में सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और जायजा लिया. पुलिस ने शव कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है. एजेंसी के अनुसार, एक पुलिस अधिकारी ने शनिवार को बताया कि 35 वर्षीय सीआरपीएफ जवान मालगाड़ी की चपेट में आ गया, जिससे उसकी जान चली गई. इस घटना के बारे में बर्थना स्टेशन हाउस ऑफिसर देवेंद्र सिंह ने बताया कि हादसा शुक्रवार की शाम करीब 7 बजे हुआ.
उस समय अली खुर्द गांव के रहने वाले जबर सिंह अपने खेत से घर लौट रहे थे. उसी दौरान ट्रेन की चपेट में आने से उनकी मौत हो गई. जब लोगों ने देखा तो जानकारी पुलिस को दी. सूचना मिलने के बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल शुरू की. पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. अधिकारियों का कहना है कि जबर सिंह केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) में तैनात थे. वे छुट्टी पर घर आए हुए थे. घटना के बाद परिजनों में कोहराम मच गया है. फिलहाल इस पूरे घटनाक्रम की जांच चल रही है.
छत्तीसगढ़ के एक गांव में छुट्टी पर घर आए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के एक जवान की मालगाड़ी की चपेट में आने से दुखद मृत्यु हो गई। यह हृदयविदारक घटना उस समय हुई जब जवान रेलवे ट्रैक पार कर रहा था। घटना के बाद गांव में शोक की लहर दौड़ गई और परिवार समेत पूरे इलाके में मातम का माहौल बन गया।
जानकारी के अनुसार, जवान हाल ही में छुट्टी पर अपने घर लौटा था। परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताने के बाद, वह अपने किसी काम के सिलसिले में बाहर गया था। इसी दौरान, वह रेलवे ट्रैक को पार करने का प्रयास कर रहा था कि अचानक तेज गति से आती हुई मालगाड़ी ने उसे अपनी चपेट में ले लिया।
घटना इतनी तेज थी कि जवान को बचाने का कोई मौका नहीं मिल पाया। मौके पर मौजूद लोगों ने तुरंत हादसे की सूचना स्थानीय प्रशासन और जवान के परिवार को दी। प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
जवान की असामयिक मृत्यु से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। जवान के पिता, जो खुद भी एक पूर्व सैनिक हैं, ने इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि उनके बेटे ने देश की सेवा करते हुए अपना जीवन समर्पित किया था और इस तरह की दुर्घटना से उनका जीवन समाप्त हो जाना अत्यंत दुखद है।
सीआरपीएफ के अधिकारियों ने भी जवान की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया और उनके परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की। जवान के अंतिम संस्कार के लिए सीआरपीएफ की एक विशेष टीम भी गांव पहुंची। जवान का अंतिम संस्कार पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया गया, जिसमें गांव के लोग, स्थानीय प्रशासन और सीआरपीएफ के जवानों ने भाग लिया।
यह घटना न केवल जवान के परिवार के लिए बल्कि पूरे गांव के लिए एक बड़ी त्रासदी है। जवान की मौत ने एक बार फिर से रेलवे ट्रैक पार करने के खतरों को उजागर किया है। स्थानीय प्रशासन ने भी लोगों से अपील की है कि वे रेलवे ट्रैक पार करते समय अत्यधिक सावधानी बरतें और हमेशा सुरक्षित मार्ग का उपयोग करें।
इस हृदयविदारक घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है और लोगों के मन में सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। जवान की यादें अब उनके परिवार और दोस्तों के दिलों में हमेशा जीवित रहेंगी, जो उनकी बहादुरी और देश सेवा के प्रति समर्पण की मिसाल हैं।