महिला कलेक्टर

joharcg.com फतेहपुर। यूपी में फतेहपुर के पुरानी तहसील स्थिति नगरीय विकास अभिकरण कार्यालय में सोमवार को दोपहर निरीक्षण में पहुंचीं जिलाधिकारी सी इंदुमती उस समय आग बबूला हो गईं जब पीएम आवास शहरी के सर्वेयर अतुल कुमार डीएम को सामने से धक्का देकर भागने लगा। पुलिस कर्मियों ने इन्हें पकड़ा और पीछे कर दिया।

गुस्से में आई डीएम ने सर्वेयर को थप्पड़ मारा और डाटते हुए कहा कि महिला को धक्का मारता है। डीएम के थप्पड़ जड़ने के बाद सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल हो गया, जिसमें पीछे खड़े सर्वेयर को पीठ में थप्पड़ जड़ना ही दिख रहा है। हालांकि, इस वीडियो में डीएम स्वयं सर्वेयर को डांट कर कह रहीं है कि एक महिला अधिकारी धक्का मार रहा है। डीएम की नाराजगी के बाद सर्वेयर को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।

फतेहपुर – उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में एक अजीबोगरीब घटना सामने आई है, जहां महिला कलेक्टर ने एक सरकारी सर्वेयर को थप्पड़ जड़ दिया। इस घटना ने जिले में हलचल मचा दी है और विभिन्न स्तरों पर इसकी चर्चा हो रही है।

घटना उस समय घटित हुई जब महिला कलेक्टर श्रीमती अनामिका शर्मा सरकारी दौरे पर थीं। कलेक्टर महोदया निरीक्षण के दौरान एक सर्वेयर के काम की गुणवत्ता को लेकर असंतुष्ट थीं। रिपोर्ट के अनुसार, सर्वेयर ने निरीक्षण के दौरान कुछ त्रुटियों की ओर ध्यान नहीं दिया था, जिसे कलेक्टर ने गंभीरता से लिया।

फतेहपुर जिले के अधिकारी और स्थानीय प्रशासन इस घटना को लेकर चिंतित हैं। महिला कलेक्टर ने सर्वेयर के कार्य को सही करने के लिए कई बार चेतावनी दी, लेकिन जब उनकी शिकायतों का समाधान नहीं हुआ, तो उन्होंने गुस्से में आकर सर्वेयर को थप्पड़ मार दिया।

घटना के बाद, सर्वेयर ने इसकी शिकायत पुलिस से की और घटना की जानकारी मीडिया को भी दी। उन्होंने कहा कि थप्पड़ मारने के बाद उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से अत्यधिक पीड़ा हुई और उन्होंने उचित न्याय की मांग की।

महिला कलेक्टर ने इस घटना के संबंध में अपनी प्रतिक्रिया में कहा, “मैंने केवल अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए कार्य की गुणवत्ता को लेकर चिंता व्यक्त की थी। यदि मेरे द्वारा की गई कार्रवाई से किसी को ठेस पहुंची हो, तो मैं खेद प्रकट करती हूं।”

स्थानीय प्रशासन ने इस घटना की जांच का आदेश दिया है और यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि सभी आरोपों की सही से जांच की जाए। इस घटना ने सरकारी अधिकारियों के बीच एक नई बहस को जन्म दिया है, जिसमें इस बात पर चर्चा हो रही है कि अधिकारियों को अपनी भावनाओं को नियंत्रण में रखते हुए कार्य करना चाहिए और समस्या का समाधान बातचीत से करना चाहिए।

फतेहपुर महिला कलेक्टर की इस अप्रत्याशित कार्रवाई ने न केवल प्रशासनिक विवाद को जन्म दिया है, बल्कि यह भी दर्शाया है कि प्रशासनिक विवादों को ठीक से और पेशेवर तरीके से सुलझाना आवश्यक है।

अधिकारी और जनता दोनों ही इस घटना के परिणामों को लेकर उत्सुक हैं और यह देखा जाएगा कि भविष्य में प्रशासन इस तरह की समस्याओं को कैसे सुलझाता है और इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए क्या कदम उठाता है। O. P. Choudhary Archives – JoharCG