73 ट्रेनें कैंसिल

joharcg.com छत्तीसगढ़ के रायपुर से दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के अंतर्गत 73 ट्रेनों को कैंसिल कर दिया गया है, जिसकी वजह से यात्री नाराज और असंतुष्ट हैं। बताया जा रहा है कि दक्षिण पूर्व रेलवे के चक्रधरपुर रेल मंडल के अंतर्गत इस निर्णय का आजादी से अमल किया गया है। यह निर्णय तब लिया गया, जब रेलवे सुविधाओं में बढ़ोतरी के दावों के बीच ट्रेनों के कार्यक्रम में बदलाव की आवश्यकता महसूस की गई। इसके परिणामस्वरूप, अनेक यात्री नाराज हैं और सरकार से यह मांग कर रहे हैं कि अब इस समस्या का समाधान करें।

इस मामले में दक्षिण पूर्व रेलवे के अधिकारी ने कहा कि वे यात्रियों की समस्याएं समझते हैं और उनकी सुविधा के लिए सभी संभावित कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ट्रेनों के कार्यक्रम में दिखाई गई परिवर्तन के लिए यात्री से क्षमा जारी रखें। इस समय, यात्रियों का ध्यान आकर्षित किया जा रहा है कि वे नवरात्रि और दशहरा के ध्यान में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के ट्रेनों के साथ सावधान रहें। इस अवधि के दौरान यात्री अधिक भीड़ और असंतुष्टि का सामना कर सकते हैं।

इस समस्या का समाधान करने के लिए, रेलवे आधिकारियों ने योजना बनाई है और उन्होंने वाया सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स पर यात्रियों से संपर्क करने का भी निर्णय लिया है। इस घटना ने यात्रियों को नाराजगी में डाल दिया है और सरकार से अपील की जा रही है कि वे इस मामले का समाधान शीघ्र करें ताकि यात्री सुविधा में सुधार हो सके।

हाल ही में 73 ट्रेनों के अचानक रद्द होने से यात्रियों की नाराजगी चरम पर पहुँच गई है। इस अनहोनिक स्थिति ने यात्रियों की दैनिक यात्रा को प्रभावित किया है और उन्हें भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। रेलवे प्रशासन की इस समस्या को लेकर स्पष्टता की कमी और प्रभावी समाधान की अनुपस्थिति ने यात्रियों की चिंता को और बढ़ा दिया है।

रद्द की गई ट्रेनों की सूची में प्रमुख शहरों और छोटे शहरों के बीच की ट्रेनों को शामिल किया गया है, जिससे कई यात्री अपने गंतव्य तक समय पर नहीं पहुँच पा रहे हैं। यात्री अब रेलवे स्टेशन पर लंबी-लंबी कतारों में खड़े होकर नए टिकटों का इंतजार कर रहे हैं, जबकि कुछ ने तो अपने यात्रा कार्यक्रम को पूरी तरह से बदल दिया है।

विभिन्न यात्री संघटनों और संगठनों ने इस स्थिति की निंदा की है और रेलवे प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि ट्रेनें रद्द होने की सूचना पूर्व में दी जानी चाहिए थी, ताकि यात्री वैकल्पिक व्यवस्था कर सकें। इसके अतिरिक्त, यात्री सहायता केंद्रों पर भी भीड़ बढ़ गई है, जिससे वहां सेवाओं की गुणवत्ता पर असर पड़ा है।

रेलवे विभाग ने इस समस्या के समाधान के लिए कुछ अस्थायी ट्रेनों का संचालन शुरू किया है, लेकिन यात्रियों की बड़ी संख्या को देखते हुए यह कदम अपर्याप्त साबित हो रहा है। विभाग का कहना है कि ट्रेनों के रद्द होने का कारण तकनीकी समस्याएँ और आवश्यक मरम्मत कार्य हैं। हालांकि, यात्रियों को इस बात पर विश्वास नहीं हो रहा है और वे रेलवे प्रशासन से बेहतर और त्वरित समाधान की उम्मीद कर रहे हैं।

इस मुद्दे को लेकर स्थानीय नेताओं और जन प्रतिनिधियों ने भी चिंता जताई है। उन्होंने रेलवे मंत्रालय से अनुरोध किया है कि यात्रियों की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर हल किया जाए। यात्रियों की नाराजगी को देखते हुए उम्मीद की जा रही है कि रेलवे प्रशासन जल्द ही प्रभावी कदम उठाएगा ताकि भविष्य में ऐसी समस्याओं से बचा जा सके और यात्रियों को बेहतर सेवाएँ प्रदान की जा सकें। Vishnu Deo Sai Archives – JoharCG