केरल के वायनाड जिले में भीषण भूस्खलन ने कहर बरपाया है। मेप्पाडी के पहाड़ी इलाकों में हुए भूस्खलन में अब तक 63 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि सैकड़ों लोग अभी भी लापता हैं। स्थानीय आपदा मोचन बल के जवान मुश्किल मौसम के बीच राहत और बचाव कार्य कर रहे हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस दर्दनाक घटना पर गहरी चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ युद्ध स्तर पर खोज और बचाव अभियान चला रही है। मृतकों के परिवारों के प्रति उन्होंने गहरी संवेदना व्यक्त की और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की।
केंद्रीय मंत्री जॉर्ज कुरियन ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुबह से ही स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने तुरंत बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ को वहां पहुंचने का निर्देश दिया। पीएम ने केरल के मुख्यमंत्री पिनारई विजयन से बात कर केंद्र से हर संभव मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी बात कर भाजपा कार्यकर्ताओं से राहत प्रयासों में सहायता करने को कहा।
वायनाड एक पहाड़ी इलाका है और वहां पहुंचना बहुत मुश्किल है। हेलीकॉप्टर और अन्य मदद की जरूरत है। बारिश के कारण बचाव कार्य को कठिन चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। मलबे में कई लोग अभी भी दबे हुए हैं। उनकी तलाश के लिए ड्रोन और खोजी डॉग स्क्वॉड की मदद ली जा रही है।
यह केरल के लिए एक बड़ी त्रासदी है। वायनाड में ऐसी तबाही पहले शायद ही देखी गई हो। जहां पहले हरियाली ही हरियाली थी, वहां अब मलबा ही मलबा नजर आ रहा है। बारिश के बाद खिसकी जमीन के साथ दफ्न हुए मकानों के मलबे हैं। राहत और बचाव की मुहिम में देश की तीनों सेनाएं उतर चुकी हैं।