Joharcg.com मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में आज यहाँ उनके निवास कार्यालय में छत्तीसगढ़ प्रतिकरात्मक वन रोपण निधि प्रबंधन एवँ योजना प्राधिकरण के शासी निकाय की बैठक शुरू । इस अवसर पर वन एवँ जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, अपर मुख्य सचिव डॉ. रेणु जी. पिल्ले,अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव श्री डी.डी. सिंह, वन विभाग के प्रमुख सचिव श्री मनोज कुमार पिंगुआ, वित्त विभाग की सचिव श्रीमती अलरमेलमंगइ डी., पंचायत विभाग के सचिव श्री गौरव द्विवेदी, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री कमलप्रीत सिंह, विशेष सचिव डॉ. एस. भारतीदासन, प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवँ वन बल प्रमुख श्री राकेश चतुर्वेदी, प्रधान मुख्य वन संरक्षक(वन्य प्राणी) श्री पी. व्ही. नरसिंह राव, मुख्य कार्यपालन अधिकारी कैम्पा श्री व्ही. श्रीनिवास राव सहित अधिकारीगण भी उपस्थित हैं ।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में आज छत्तीसगढ़ प्रतिकरात्मक वन रोपण निधि प्रबंधन एवं योजना प्राधिकरण (CAMPA) के शासी निकाय की बैठक उनके निवास कार्यालय में आयोजित की गई। इस महत्वपूर्ण बैठक में वन संरक्षण, पर्यावरणीय संतुलन और छत्तीसगढ़ के वन क्षेत्रों के संरक्षण के लिए योजनाओं पर चर्चा की गई।
- वन क्षेत्रों का संरक्षण: बैठक में छत्तीसगढ़ के वन क्षेत्रों को संरक्षित करने और वन्य जीवन को सुरक्षित रखने के लिए उठाए जा रहे कदमों पर विस्तार से चर्चा की गई। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि वनों का संरक्षण हमारे राज्य की प्राथमिकता है और इसे बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
- वन रोपण योजनाओं का क्रियान्वयन: बैठक में वन रोपण योजनाओं के क्रियान्वयन की प्रगति पर भी चर्चा की गई। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि इन योजनाओं का क्रियान्वयन सटीक और समयबद्ध तरीके से हो, ताकि राज्य में हरियाली को बढ़ावा दिया जा सके और पर्यावरणीय संतुलन को सुनिश्चित किया जा सके।
- निधि प्रबंधन: वन रोपण निधि का सही तरीके से प्रबंधन और इसके उपयोग के बारे में भी गहन विचार-विमर्श हुआ। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस निधि का उपयोग केवल वन संरक्षण और पुनरुद्धार के लिए किया जाना चाहिए, और इसके लिए एक सुदृढ़ योजना बनाई जानी चाहिए ताकि धनराशि का सही उपयोग हो सके।
- स्थानीय समुदायों की भागीदारी: बैठक में यह भी चर्चा की गई कि स्थानीय समुदायों की भागीदारी कैसे बढ़ाई जा सकती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वन क्षेत्रों के संरक्षण में स्थानीय लोगों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है, और उन्हें इस कार्य में सक्रिय रूप से शामिल किया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री बघेल ने बैठक के दौरान कहा, “हमारा उद्देश्य छत्तीसगढ़ के वन क्षेत्रों का संरक्षण और संवर्धन करना है। यह हमारे राज्य की प्राकृतिक धरोहर है, जिसे सुरक्षित रखना हमारी जिम्मेदारी है।” उन्होंने आगे कहा कि वन रोपण और पर्यावरणीय संरक्षण के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है और इसके लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
इस बैठक के बाद, सभी संबंधित विभागों को निर्देश दिए गए हैं कि वे वन रोपण और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अपने प्रयासों को और तेज करें। इसके साथ ही, स्थानीय समुदायों की भागीदारी बढ़ाने के लिए विशेष योजनाओं का क्रियान्वयन भी शुरू किया जाएगा।
मुख्यमंत्री बघेल की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक से यह स्पष्ट हो गया है कि छत्तीसगढ़ में वन क्षेत्रों के संरक्षण और पर्यावरणीय संतुलन को बनाए रखने के लिए सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। इस दिशा में किए जा रहे प्रयासों से राज्य में हरियाली और वन्य जीवन को संरक्षित करने में मदद मिलेगी।