Joharcg.com मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज यहां दामाखेड़ा (विकासखण्ड सिमगा) में कबीरपंथ के गुरू प्रकाश मुनि नाम साहेब की पुत्री के विवाह समारोह में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने नवदम्पति को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। श्री बघेल ने इस अवसर पर गुरू प्रकाश मुनि नाम साहेब से छत्तीसगढ़ की तरक्की एवं खुशहाली के लिए आशीर्वाद भी लिया। गृह एवं लोक निर्माण मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू, कृषि एवं सिंचाई मंत्री श्री रविन्द्र चौबे, विधायक बेमेतरा श्री आशीष छाबड़ा सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं कबीरपंथ के अनुयायी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने हाल ही में प्रकाश मुनि नाम साहेब की पुत्री के विवाह समारोह में विशेष रूप से भाग लिया, जो राज्य के महत्वपूर्ण सामाजिक आयोजनों में से एक था। इस समारोह में मुख्यमंत्री की उपस्थिति ने कार्यक्रम को और भी विशेष बना दिया और क्षेत्रीय समाज में एकता और सामंजस्य का संदेश दिया।
विवाह समारोह का आयोजन धूमधाम से किया गया, जिसमें कई प्रमुख समाजिक और राजनीतिक हस्तियों ने भाग लिया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर नवविवाहित जोड़े को अपनी शुभकामनाएं दीं और उनके भविष्य के लिए खुशहाली की कामना की। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के समारोह समाज में खुशियों और उत्साह का संचार करते हैं और सांस्कृतिक समृद्धि को बढ़ावा देते हैं।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, “यह समारोह हमें हमारे सांस्कृतिक और पारंपरिक मूल्यों की याद दिलाता है। यहां सभी लोग एकजुट होकर खुशी के इस मौके को मनाते हैं, जो समाज की एकता और अखंडता को प्रकट करता है।” उन्होंने समारोह में सभी लोगों को सामाजिक समरसता और एकता को बनाए रखने का आग्रह किया।
समारोह के दौरान, मुख्यमंत्री ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों और परंपराओं में भी भाग लिया और नवविवाहित जोड़े के परिवार के सदस्यों के साथ मिलकर आनंदित हुए। उन्होंने आयोजन के आयोजकों की सराहना की और उनके प्रयासों को सराहा, जिन्होंने इस कार्यक्रम को सफलतापूर्वक आयोजित किया।
इस कार्यक्रम ने न केवल समाज के विभिन्न वर्गों को एक साथ लाने का काम किया, बल्कि मुख्यमंत्री की उपस्थिति ने इसे और भी महत्वपूर्ण बना दिया। उनके समर्थन और शुभकामनाओं ने समारोह में एक विशेष माहौल का निर्माण किया और सभी उपस्थित लोगों को एकता और सामंजस्य का संदेश दिया।
मुख्यमंत्री के इस प्रकार के आयोजनों में भाग लेने से न केवल सामाजिक संबंध मजबूत होते हैं, बल्कि विभिन्न समुदायों के बीच सहयोग और समझ भी बढ़ती है। इस विवाह समारोह ने इस बात को साबित किया कि पारंपरिक अवसरों पर नेताओं की उपस्थिति से सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व को बढ़ावा मिलता है।