joharcg.com हाल ही में, गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू और अन्य अधिकारियों तथा कर्मचारियों ने संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक पठन किया। यह आयोजन एक महत्वपूर्ण अवसर था, जिसका उद्देश्य संविधान के मूल्यों और सिद्धांतों को फिर से याद करना और उन्हें अपनी कार्यशैली में अपनाना था।
संविधान की प्रस्तावना, जो कि लोकतंत्र की आधारशिला है, के सामूहिक पठन के दौरान सभी उपस्थित लोग संविधान की उद्देशिका, जिसमें न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व के आदर्शों की पुष्टि की गई है, को दोहराया गया। इस पठन ने यह सुनिश्चित किया कि सभी अधिकारी और कर्मचारी इन मूलभूत सिद्धांतों को अपने कार्य में पूरी ईमानदारी और प्रतिबद्धता के साथ लागू करें।
गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने इस अवसर पर कहा कि संविधान की प्रस्तावना न केवल हमारे कानूनी ढांचे की नींव है, बल्कि यह हमें अपने कर्तव्यों और जिम्मेदारियों को निभाने के लिए प्रेरित भी करती है। उन्होंने कहा कि यह सामूहिक पठन हमें संविधान के आदर्शों को अपने जीवन और कार्य में लागू करने की दिशा में एक नई प्रेरणा प्रदान करता है।
इस आयोजन का उद्देश्य संविधान के प्रति सम्मान और समर्पण को बढ़ावा देना था, और यह सुनिश्चित करना था कि सभी अधिकारी और कर्मचारी लोकतांत्रिक मूल्यों और संविधान की प्रस्तावना के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझें और उसे स्वीकार करें। यह आयोजन एक प्रकार से संविधान की शिक्षाओं और उद्देश्यों के प्रति एक नई ऊर्जा और प्रतिबद्धता का संकेत भी था।
सामूहिक पठन के बाद, सभी ने संविधान की प्रस्तावना के प्रति अपनी प्रतिबद्धता और विश्वास को दोहराया और इसे अपने दैनिक कार्यों में लागू करने का संकल्प लिया। इस प्रकार के आयोजनों से प्रशासनिक अधिकारियों और कर्मचारियों के बीच संविधान के प्रति जागरूकता और सम्मान को बढ़ावा मिलता है, जो कि एक सशक्त और समर्पित प्रशासन की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
Joharcg.com संविधान दिवस के अवसर पर आज सवेरे 11 बजे गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू के नेतृत्व में भारतीय संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक पठन किया गया। गृह मंत्री श्री साहू ने अपने निवास कार्यालय में सभी अधिकारियों कर्मचारियों को संविधान की मूल भावना के अनुरूप जनहित में काम करने का संकल्प दिलाया। इस अवसर पर विशेष सहायक श्री कैलाश वर्मा, विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी सुश्री दिव्या वैष्णव, निज सहायक श्री डी के साहू सहित सभी अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि आज के ही दिन 26 नवम्बर 1949 को संविधान सभा ने भारतीय संविधान को अंगीकृत किया था।