Joharcg.com बस्तर दशहरा में शामिल होने पहुंची राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने यहां राजमहल में राजपरिवार के सदस्यों से सौजन्य भेंट। उन्होंने इस अवसर पर माटी पुजारी श्री कमलचंद भंजदेव और राजमाता श्रीमती कमला देवी को सम्मानित किया। राज्यपाल ने 75 दिनों तक चलने वाले ऐतिहासिक बस्तर दशहरा के दौरान निभाई जाने वाली रस्मों और रीति रिवाजों के संबंध में चर्चा की और बस्तर की अनेक समुदाय की सहभागिता से 600 वर्षों से अधिक समय से निरंतर आयोजित दशहरा पर्व को अनूठा आयोजन बताया। राज्यपाल ने कहा कि यह पर्व न केवल बस्तर अपितु पूरे राज्य का सम्मान बढ़ाता है।
दंतेश्वरी माई की आराधना में विभिन्न समुदायों की सहभागिता तथा यहां उमड़ने वाली श्रद्धालुओं के कारण इस पर्व का महत्व और अधिक बढ़ जाता है।75 दिनों तक चलने वाले बस्तर दशहरा के दौरान इसके आयोजन में सहभागिता निभाने वाले समुदायों के साथ ही बस्तरवासियों के उत्साह के कारण यह पूरे विश्व मे चर्चित है। इस दौरान वारंगल से पहुंचे नर्तक दल ने लोक नृत्य का प्रदर्शन किया।