Joharcg.comविकासखण्ड वाड्रफनगर के ग्राम पण्डरी में आयोजित सामाधान/स्वास्थ्य शिविर में प्रदेश के स्कूल शिक्षा, आदिम जाति, अनुसूचित जाति विकास, पिछड़ा वर्ग एवं अल्प संख्यक विकास, सहकारिता मंत्री डॉ0 प्रेमसाय सिंह टेकाम ने शिविर में जिला प्रशासन से विकास के लिए कार्य योजना बनाने तथा विशेष पिछड़ी जनजाति पण्डो परिवार को विशेष रूप से हितग्राही मूलक योजनाओं से लाभान्वित करने को कहा। शिविर में राजस्व विभाग द्वारा 67 हितग्राहियों को वन अधिकार मान्यता पत्र वितरण किया गया जिसमें 27 विशेष पिछड़ी जनजाति पण्डो के हितग्राही शामिल थे। स्वास्थ्य विभाग द्वारा शिविर स्थल पर लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कर दवा का वितरण किया।
इस अवसर पर स्कूल शिक्षा, आदिम जाति, अनुसूचित जाति विकास, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक विकास, सहकारिता मंत्री डॉ.प्रेमसाय सिंह टेकाम ने शिविर को संबोधित करते हुए कहा कि शासन की कोई कार्यक्रम शुरू होने के पूर्व राज्यकीय गीत गाया जाता है। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारी से कहा शासकीय एवं निजी स्कूलों में राष्ट्रीयगान के साथ राज्यकीय गीत भी गाना है साथ ही संविधान के प्रस्तावना है “हम भारत के लोग” इसका भी वाचन करना है। उन्होंने कहा कि बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में विकासखण्ड वाड्रफनगर एवं रामाचन्द्रपुर में विशेष पिछड़ी पण्डो एवं पहाड़ी कोरवा जनजाति के लोग निवासरत हैं। जिला प्रशासन को इन क्षेत्रों में विशेषकर पानी की समस्याएं और अन्य सुविधाओं की जानकारी एकत्र कर इनके विकास के कार्य करना चाहिए। मंत्री डॉ. टेकाम ने कलेक्टर से संबंधित विभाग से समन्वय स्थापित कर इनके विकास के लिए कार्य योजना बनाने तथा विशेष पिछड़ी जनजाति के लोगों को विशेष रूप से हितग्राही मूलक योजनाओं से लाभान्वित करने को कहा। वनाधिकार पत्र के संबंध में उन्होंने कहा कि वनाधिकार पत्र धारक किसानों का भी धान खरीदा जायेगा। इन किसानों के पंजीयन की व्यवस्था शासन द्वारा की गयी है। उन्होंने कहा कि वनाधिकार पत्र वितरण के तहत् 13 दिसम्बर 2005 से वनभूमि पर काबिज किसानों को पट्टा दिया जायेगा और जिस किसान का जमीन समतल नहीं है, शासन द्वारा मनरेगा के तहत समतलीकरण किया जायेगा। इसी प्रकार सामुदायिक वनाधिकार पत्र के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि गांव में अगर सामुदायिक वनाधिकार के तहत सामुदायिक भवन, खेल मैदान आदि प्रायोजनों के लिए ग्राम पंचायत के माध्यम से आवेदन करने को कहा। सामुदायिक वन संसाधन अधिकार पत्र के संबंध में कहा कि हर ग्राम पंचायत का एक अपना एक जंगल होता है जिसमें वे वनोपज का संग्रहण करते हैं, तो ऐसी भूमियों का वनाधिकार पत्र भी शासन द्वारा प्रदान किया जाता है। मंत्री डॉ0 टेकाम ने किसानों से मछली पालन करने के संबंध में कहा कि किसान भाईयों को खेती के साथ-साथ मछली पालन भी करना चाहिए। मछली स्वास्थ्य के लिए ठीक होती है एवं मछली का विक्रय पूरी तरह से हो जाता है। एक हेक्टेयर तालाब में किसान लगभग 5 टन मछली उत्पादन कर सकता है जो किसान के लिए अतिरिक्त आय का साधन हो सकता है। शासन की प्राथमिकता वाली महत्वपूर्ण नरवा, गरूवा, घुरवा, बाड़ी योजना के विस्तृत जानकारी देते हुए किसानों को रसायनिक खाद की जगह जैविक खाद का उपयोग तथा बाड़ी में फलदार पौधे लगाने को कहा। उन्होंने कोदो का समर्थन मूल्य 20 रूपये प्रति किलो निर्धारित किया गया है इसकी भी जानकारी दी। उन्होंने आगे कहा कि शासन द्वारा वन संसाधन के 52 प्रकार के वनोपजों की खरीदी की जा रही हैं, जिसमें तेन्दुपत्ता का समर्थन मूल्य 2500 से बढ़ाकर 4 हजार रूपये प्रति मानक बोरा निर्धारित किया गया है।
कलेक्टर श्री कुन्दन कुमार ने विकासखण्ड वाड्रफनगर के ग्राम पण्डरी में आयोजित सामाधान/स्वास्थ्य शिविर में उपस्थित प्रदेश के शिक्षा मंत्री डॉ.प्रेमसाय सिंह टेकाम, गणमान्य नागरिकों तथा सभी उपस्थितजनों का जिला प्रशासन की तरफ से स्वागत अभिनंदन करते हुए जिले के प्रतिवेदन को सुनाया। उन्होंने बताया कि जिले के अंतर्गत समस्त विकासखण्ड में वर्तमान विशेष पिछड़ी जनजाति हेतु समस्या निवारण शिविर का सतत् आयोजन किया जा रहा है। उक्त शिविर में जिला स्तर के अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गयी है। अभी तक इन शिविरों के माध्यम से 846 आवेदन प्राप्त हुए जिनका निराकरण समयावधि में किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त विशेष प्राथमिकता के तहत जिले में गंभीर पीड़ित मरीजों का चिन्हांकन कर आवश्यक चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है एवं आवश्यकता पड़ने पर उच्च चिकित्सा हेतु मेडिकल कॉलेज अस्पताल अम्बिकापुर रेफर किया जा रहा है।
शिविर में राष्ट्रीय परिवार के तहत् तीन हितग्राहियों को 20-20 हजार की सहायता राशि, मछली विभाग द्वारा दो आईस बॉक्स एवं तराजू, चार हितग्राहियों का जाल, समाज कल्याण विभाग द्वारा पांच हितग्राहियों को ट्रायसायकल एवं दो हितग्राहियों को मोटराईज्ड ट्रायसायकल का वितरण, उद्यानिकी एवं वन विभाग द्वारा फलदार पौधे का वितरण, कृषि विभाग द्वारा सरसो मिनी कीट का वितरण किया गया। महिला बाल विकास विभाग द्वारा छः नन्हें बच्चे का अन्नप्राशन एवं 10 गर्भवती माताओं का गोद भरायी का रस्म की गयी।
इस अवसर पर प्रदेश स्कूल शिक्षा, आदिम जाति, अनुसूचित जाति विकास मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, कलेक्टर श्री कुन्दन कुमार, जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती रीता यादव, क्षेत्र के निर्वाचित जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिकों ने स्कूल परिसर में फलदार पौधे लगाये।
इस अवसर पर जिला स्तरीय एवं विकाखण्ड स्तरीय अधिकारी-कर्मचारी, क्षेत्र के निर्वाचित जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक सहित ग्रामीणजन उपस्थित थे।