दिव्यांग कल्याण के उत्कृष्ट कार्य के लिए 3 स्वैच्छिक संस्थाओं और बालोद जिले को मिलेगा पुरस्कार
कृषि मंत्री श्री चौबे के मुख्य आतिथ्य और समाज कल्याण मंत्री श्रीमती भेंड़िया की अध्यक्षता में सम्मान समारोह का आयोजन
78 दिव्यांगजन को कृत्रिम अंग और सहायक उपकरण, दिव्यांग विद्यार्थियों को 100 स्मार्टफोन और 69 हितग्राहियों को 3.78 लाख उत्थान सब्सिडी का वितरण
रायपुर – अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस 3 दिसंबर के अवसर पर समाज कल्याण विभाग द्वारा राजधानी रायपुर के माना कैम्प स्थित फिजिकल रिफरल रिहेबिलिटेशन सेंटर कार्यालय में दोपहर 12 बजे दिव्यांगजन राज्य स्तरीय पुरस्कार एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया जाएगा। समारोह का आयोजन संसदीय कार्य एवं कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे के मुख्य आतिथ्य ,समाज कल्याण मंत्री श्रीमती अनिला भेंड़िया की अध्यक्षता और नगर पंचायत अध्यक्ष माना श्री संजय यादव के विशिष्ट आतिथ्य में किया जाएगा। इस अवसर पर अतिथियों द्वारा दिव्यांगजनों को अत्याधुनिक कृत्रिम अंग एवं सहायक उपकरण का निर्माण कर निःशुल्क उपलब्ध कराने वाले फिजिकल रिफरेल रिहेबिलिटेशन सेंटर हेतु तैयार नवीन भवन का लोकार्पण भी किया जाएगा।
प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस के अवसर पर दिव्यांग कल्याण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली संस्था, जिले और सर्वोत्तम दिव्यांग कर्मचारियों को राज्य स्तरीय पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। इस वर्ष निःशक्तजन के कल्याण हेतु उत्कृष्ट कार्य के लिए सर्वोत्तम जिला श्रेणी में बालोद जिले का चयन किया गया है। जिले को शील्ड, प्रमाण पत्र, प्रशस्ति पत्र देकर दिव्यांगजन राज्य स्तरीय पुरस्कार 2020 से सम्मानित किया जाएगा। सर्वोत्तम दिव्यांग कर्मचारी के लिए दृष्टि बाधित श्रेणी में जांजगीर-चांपा जिले के श्री राजेन्द्र कुमार बेहरा, श्रवण बाधित श्रेणी में बिलासपुर जिले के श्री अशोक कुमार तंबोली, अस्थि बाधित श्रेणी में धमतरी जिले के श्री संतोष कुमार बांधव को पुरस्कृत किया जाएगा। सर्वोत्तम स्वैच्छिक संस्था के लिए दृष्टि बाधित श्रेणी में जांजगीर-चांपा जिले के निःशक्तजन कल्याण सेवा समिति पामगढ़ और श्रवण बाधित संवर्ग के लिए दुर्ग जिले के ब्राईट शिक्षण एवं मानव कल्याण समिति और प्रमस्तिक अंगाघात/बहु विकलांग गृह की श्रेणी में दंतेवाड़ा जिले के सक्षम विशेष विद्यालय जावंगा को दिव्यांगजन राज्य स्तरीय पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। चयनितों को पुरस्कार के रूप में 5001रूपए, प्रमाण पत्र और प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा।
समारोह में 78 दिव्यांगजनों को कृत्रिम अंग और सहायक उपकरण प्रदान किए जाएंगे। इनमें 15 मोटराइज्ड ट्रायसायकल, 04 सामान्य ट्राइसाइकल, 09 व्हीलचेयर$सीपी चेयर और 54 कृत्रिम अंग शामिल हैं। पढ़ई तुंहर द्वार योजना के तहत दिव्यांग विद्धार्थियों को 100 स्मार्ट फोन का वितरण किया जाएगा। इसके साथ ही विभाग अंतर्गत संचालित छत्तीसगढ़ निःशक्तजन वित्त एवं विकास निगम द्वारा उत्थान सब्सिडी योजनांतर्गत 69 दिव्यांग हितग्राहियों को 3 लाख 78 हजार 675 रूपए का सब्सिडी चेक प्रदान किया जायेगा।